Dictionaries | References M Mahaviracharita Mahâvîracharita (Borooah's Edition), (Nirnaya Sagara,1926).;Mahāvīra-caritra Variations : Mv. ; Mv. ; Mcar. | Show All अकस्मात् अकाण्ड अक्रम अगस्ति अङ्क अङ्कूर अङ्ग अचरम अच्छिन्न अञ्चल अञ्चित अट्टाल अतिक्रम अतिक्रमणम् अतिक्रम् अतिप्रसङ्ग अतिवृत् अतिशायनम् अत्याहितम् अथर्वन् अधिकार अधिभू अधिलङ्कम् अनन्त अनन्य अनभिज्ञ अनास्था अनुगुण अनुपत् अनुप्लव अनुबन्ध् अनुभाव अनुरस अनुरुध् अनुरोध अनुवर्तनम् अनुवाक अनुवृत् अनुषक्त अनुष्ठानम् अनुसंधानम् अनृण अन्तरा अन्तर् अन्तर्धैर्य अन्तर्भेद अन्तर्मुख अन्ध अन्धतामिस्र अन्य अन्यत्र अन्वय अपकर्तन अपकृत् अपकृष् अपचार अपरथा अपव्यध् अपसारण अपसृत अपूर्वता अप्रतिम अप्रतिमल्ल अप्रतिरथ अप्रमेय अप्राकृत अभिघार अभिचर् अभिचार अभिजन अभिजनन अभितस् अभिमत अभियोग अभिराम अभिरामता अभिष्वङ्ग अभिसंधा अभिसृज् अभीशु अभ्यमित्रम् अभ्यर्ह् अभ्यागम अभ्युपगम अभ्रंकष अमृतभुज् अम्बूकृत अयोनि अरण्यानि अरर अररम् अरिष्ट अर्च् अर्थत अर्थतस् अर्थिता अर्थिन् अर्थ्य अलम् अलाबु अवधा अवधि अवरोध अवशिष्ट अवष्टम्भ् अवसाद अवस्कन्दिन् अवस्कन्द् अविकल अश्रान्त असंविज्ञान असाधनीय अस्त्रोपनिषद् अस्र अस्रप अहम् अहल्य आकार आक्रान्त आगम् आचार आचार्यानी आञ्जनेय आतन् आतिथेय आत्मभव आथर्वण आदृ आधानम् आधार आधि आध्मा आध्मात आध्मानम् आन्तरि आप्यै आभिजात्यम् आभिषेचनिक आभोग आमय आमील् आमुष्यायण आम्ना आयत् आयुध आराम आर्जवम् आलम्ब् आविद्ध आवृज् आव्यध् आशय आशास्ति आशास्य आश्चर्य आश्वस् आसक्त आस्था आस्फोट आह्निक इतिह इद्ध इष्टापूर्तम् ईति ईषत् उक्तिप्रत्युक्तिका उच्चण्ड उच्चुलुम्प् उच्चैर्गति उच्छ्रि उज्जृम्भ् उत्कट उत्कट् उत्कण्ठते उत्क्रम् उत्तर उत्ताल उत्तेजनम् उत्था उत्थान उत्पात उत्प्रास उत्सङ्ग उत्सव उत्सृ उत्सेक उदञ्च् उद्गार उद्गारिन् उद्घुर उद्दाम उद्दृश् उद्धृ उद्बुद्बुद उद्भ्रान्त उद्वृत् उद्वेल्ल् उन्माद उन्मीलित उन्मुच् उन्मुर्छ् उपक्रम उपचार उपजुष्ट उपतप् उपधा उपनिबन्ध उपनिषद् उपपत्ति उपलभ् उपसंग्रह उपस्थानम् उपहृ उपाधि उल्ब उल्लिख् उल्लोल ऊर्जस्वल ऊर्जित एकक्रिय एकायनीभाव एधित एवम्परिणाम ऐकमुख्य ऐकमुख्यम् ओम् औतथ्य और्जित्यम् कङ्क कङ्कण कङ्कणधर कण्टक कन्या कर कराल करोटम् कर्कश कलिल कषाय काण्डीर कापेय काबन्ध्यम् कायवत् कारा काल कालप्रियनाथ काश्मल्य काश्मल्यम् किलकिला कीकस कीट कुल्य कुहलि कूट कूलिक कृच्छ्रसाध्य कृत कृत्रिमता कोपक क्रकच क्रीडाकपित्व क्रूर क्रोड क्लोमम् क्षणदृष्टनष्ट क्षत्रियान्तकर क्षम क्षीर खणत्खणीकृत खण्ड खुरली गण्डोपल गर्भरूपक गुह गृहम् गृहस्थता गॄ ग्रन्थि ग्रावन् घस्र घोराशय चक्रभ्रम चक्रम् चण्डीपति चरण चि चित्तभेद चित्रीय चित्रीयते चुम्बकमणि चुलुम्प् चूलिका छद्मन् जङ्गम जनिदिवस जनिमत् जर्जर जानि जीवा झम्प झर झांकारिन् डम्बर डिम्डिम तनु तन्त्रम् तन्द्रा तन्मात्रक तपनीय तपोमय तारकरिपु तिज् तुल् तूण तूल तूलदाहम् तूष्णींदण्ड त्रिपुरान्तकृत् त्वच् दण्डका दनुकबन्ध दमन दशापरिपाक दिव् दुर् दुर्व्यवहृति दुष् दुष्प्रभञ्जन दृ दृढप्रहारिता दृढप्रहारिन् दृषद् दोस् द्रव द्राक् द्वेधा द्वेधाक्रिया धनायति धन्वन् धर्म धर्मद्रुह् धिषण धुत धौरेय नख नलकम् नाथ् नान्दी नासिरम् निकर्षण निकाय निकार निकाष निघात निपुण निब निबद्ध निभृत निर् निर्झरिणी निर्णिक्ति निर्मन्थ् निर्माणम् निर्व्यञ्जक निर्व्यूढ निशुम्भ निश्चर् निष्कोश निष्पेष नीहारीकृ नैतलम् नैतलसद्मन् नैरन्तर्यम् न्यक्करणम् पञ्चिका पण पतिव्रतामय पर परम परमार्थभाज् परव्याक्षेपिन् परस् पराग परि परिकम्प परिकलयितृ परिगत परिचर् परिचि परिणति परिणम् परिधारणा परिधीकृ परिपाक परिमर परिवृढ परिष्प परिस्पन्दित परीपाक परुषवादिन् पवित्रित पांस पाक पाञ्चभौतिक पाण्डर पाथस् पाथोनाथ पादपरिचारक पार पावन पिङ्ग पिञ्जर पिण्डता पिण्डोपजीविन् पिशङ्गत्व पिशाचवदन पिष् पुण्य पुण्यमहस् पुण्यश्रीक पुत्रभाण्ड पूग पूर्णकाम पैप्पल पोतत्व प्रकाण्ड प्रकृ प्रच प्रताप प्रति प्रतिकूलिक प्रतिघ प्रतिनियत प्रतिफलित प्रतिबन्ध प्रतिमन्वन्तरम् प्रतियोगिन् प्रतिष्ठा प्रतिसंविधान प्रतिसदनम् प्रती प्रत्यग्ज्योतिस् प्रत्यासत्ति प्रत्युत्तरीकरण प्रत्युप्त प्रथिमन् प्रधनम् प्रपतनम् प्रबलय प्रमित प्रयतनम् प्रया प्ररोह प्रवचनम् प्रविघटन प्रविघटित प्रविदलन प्रशस्तत्व प्रशस्ति प्रष्ठ प्रसक्त प्रस्तावना प्रस्तु प्रस्पर्धिन् प्रस्फुलिङ्ग प्रह्व प्राकृतिक प्राण प्रातिकूलिक प्रातिभट्य प्राभञ्जनि प्राभवम् प्रामोदिक प्रायश्चेतन प्रायश्चेतनम् प्रिय प्रो प्रोच्चण्ड प्रोत प्लीहन् प्लु प्लोष फलवत् फलवत्ता फलोन्मुख बधिरय बधिरयति बन्दिग्रह बन्धुर बीभत्सकर्मन् बुक्क बुक्का ब्रह्मण्य ब्रह्मन् ब्रह्मपारायण ब्राह्मण भीमौजस् भुज भूमन् भूषाय | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP