Dictionaries | References V Vopadeva. Vopadeva. ;Vopadeva Variations : Vop. ; Vop. ; Bop.; Bop. ; Vop. or Bop.; Vop. | Show All अन्तर अमुद्र्यञ्च् अमुमुयञ्च् अवतूलयति अवर आगम् आचर् आत्तविद्य आशद् इ इक्षुभक्षित इतिहरि इदम् इदम्प्रकारम् इन्द् ईन्त् ईर्क्ष्य् ईर्त्स् ईर्ष्य् उक्तपुंस्क उख् उच्चारणार्थ उज्जिघ्र उत्तरा उत्पिब उदक्त उदधिक्रा उद् उद्देष्टॄ उद्धम उद्धय उद्वान्ति उध्रस् उन्द् उपकृ उपक्रन्तृ उपगत उपदश उपपथम् उपस्था उपादान उब्ज् ऊ ऊनय ऊर्णु ऊर्णुत ऊर्ध्वगमन ऊर्ध्वेह ॠ एकादश एकादशक औत्क्य कच् कड् कण्ठ्य कण्डूय कण्डूया कतिकृत्वस् कथ् कदग्नि कद्वद कब् कम् करंधय कर्त्रीय कल्प कल्प्य कल्याणीपञ्चमा कल्याणीपञ्चमीक कल्याणीप्रिय कव कवर कवाग्नि कष्ट कष्टाय कस् का काक्ष काग्नि काजल काठिन्य काण्ड काण्डपुष्पा काण्डीर कादाचित्क काद्रवेय कापथ कापुरुष कामुकी काम्य कारयिष्णु कालावर कास् किम्प्रकारम् कीर्वि कुम्भा कुसीदायी कूलंधय कृ कृत कृतय कृति कृत्वस् कृष् कृष्ण कृष्णचर कृष्णरूप्य कृष्णाय कृष्णीअस् कृष्णीकृ केतय कोल कौथुमी क्नस क्नस् क्नूय् क्रमितृ क्रम् क्रुञ्च् क्लव् क्लीबाय क्वत्यक क्शा क्षत्रियाणी क्षरण क्षान्ति क्षु क्षुति क्षेष्णु क्षोर खञ्ज् खनि खन् खादन खुण्ड् ख्या गङ्गका गङ्गाका गणकृत्वस् गणतिथ गण्ड गर्हितम् गल्भ गवाग्र गवीश गवेन्द्र गवेश गव्य गा गात्रय गार्द्ध्य गालोडय गालोडित गिर गीर्वि गीस्त्व गुणवाचक गृह्य गॄ गोपाय गोपी गोपेश गोरक्ष् गोषड्गव गौण गौणत्व गौण्य ग्रहयाय्य ग्रह् ग्राह्य ग्लै घटीकार घम्ब् घर्ब् घान्य ङु चक्नस चक्रचूडामणि चक्षूकृ चञ्चू चतुर चम् चयनीय चर्च् चल् चष् चसमास चह् चाचलि चाणूर चातुरी चातुर्य चातुर्यचिन्तामणि चान्द्र चाय् चि चिकीर्ष् चित् चित्रय चित्रीय चिद्रूप चिह्न चुर् चूडामणि चेतव्य चेतसम् चेतीकृ चेत् चेय च्युत् छटा छात्त्र छिद्रापय जक्ष् जनयन्त जनाव् जन् जभ् जम्भन जम्भ् जयाय्य जर्त्स् जलसात् जागृ जालसरस जिष्णु जुगुप्सित जुल् जूर्व् जेह् जौमर ज्ञात ज्ञानीय ज्यानि ज्यो झॄ डम्ब् डिप् डिम्प् डी तंस् तनुच्छद् तन्तुसंतति तम्ब् तरणि तर्क तर्ब् तवक तस् तादृक्ष तावच्छस् तिघ् तिर्यञ्च् तु तूण् तृणस तृप् तेज तेन तोला त्यत्रत्य त्राप्य त्रिकाण्ड त्र्यह्न त्वर् त्विष् दंश् दंह् दण्डय दधि दन्तुर दन्त्य दया दय् दराय्य दस्त दा दास् दिधक्ष् दिधिक्ष् दिम्प् दिव् दी दु दुःशास दुर्योध दुष् दू दूरम् दूरम्भविष्णु दूरम्भावुक दूषयित्नु दृप् देविदास देवेज् द्रवक द्रु द्विपात्र द्विबिन्दु द्विर्भाव द्व्यहन् धर्म धर्माय धार्तराज्ञ धूति ध्माङ्क्ष् ध्यातव्य ध्यानीय ध्रिज् ध्वृ नट् नड् नम् नम्ब् नश् नह् नाथ् नाना निन्द् निपातन निपुण नियोग्य निरनुनासिक निरस् निर्धार निर्धारण निशान निशाम निश्चत्वारिंश निषिव् निषो निष्ठा निष्वञ्ज् निस्यन्द् निस्वन् नुड् नोद न्याग्रोधमूलिक पक्ष्णु पच् पठनीय पण्ड् पण्यवर्चस् पद् पम्ब् परत्र परिकृश परिमत् परिमार्क्ष्णु परिषह् पल्ल् पश्चादुक्ति पाचकत्व पाचकस्त्री पाटूपट पाठ पाणिंधय पाण्डुभूम पापाय पिछ् पिञ्ज् पिपक्ष् पुंवत् पुंस् पुट् पुत्रीय पुस्त् पृत् पृथक्शब्द पेश्वर पौनःपुनिक पौनःपुन्येन प्यायन प्रकम्पनीय प्रकृति प्रख्यानीय प्रख्यापनीय प्रग्लै प्रणि प्रति प्रतिगॄ प्रतिविष्णु प्रत्यञ्च् प्रत्युरस प्रधी प्रनिरक्ष् प्रयोग प्रर्क्षीय प्रवेपन प्रश्रथ प्रश्रन्थन प्रसार प्रस् प्राण् प्रान् प्रार्क्षीय प्रार्षभीय प्रियचतुर प्रियाकृ प्री प्रेकीय प्रेङ्खणीय प्रेरण प्रेषित प्रैकीय प्रोघीय प्रौघीय प्लुस् फण् फलवत् बलीवर्दिनेय बहुधीवन् बहुप्रेयसी बहुभृज्ज् बहुयज्वन् बहुयज्वा बहुराजा बाड् बाध्य बाहाबाहवि बिस् बीभ् बुट् बृंह् ब्रह्मवद्य ब्रह्मोद्य ब्राह्मणीत्व भज् भज्य भण् भण्ट् भन्द् भरताग्रज भव भवद्भूतभव्ये भवनीय भवादृक्ष भस्त्रका भा भाग्य भाजी भाद्रवर्मण भारवह् भाविन् भास्करण भास्खर भास्पति भास्फेरु भिषक्पाश भुण्ड् भू भूवह् भृशीभू भृश् भ्रेष् भ्लास् मक्क् मक्ष् मघवन् मञ्ज् मठ् मथ् मनीकृ मन् मन्थ् मम्ब् मर्व् मलग्रहि मल् मव् मश् मस्क् महावन मा मांसपचन मानम्पच मान्थ् मार्ज् मित्रहू मिश्र् मी मुज् मुञ्च् मुञ्जंधय मुञ्ज् मुष्टीमुष्टि मूल् मेधिष्ठ मेधीयस् म्लिष्टोक्ति म्लेट् म्लेड् यजुष्ट्व यभन या याज्वन यातृ यावच्छ्लोकम् युज् यौवतेय | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP