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burliness
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lumpishness
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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crassitude
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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loutishness
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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fatness
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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massiveness
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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coarseness
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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stupidity
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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thickness
Meanings: 7; in Dictionaries: 3
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grossness
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greatness
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
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largeness
Meanings: 6; in Dictionaries: 5
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density
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तलम्
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bulk
Meanings: 28; in Dictionaries: 12
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द्वितीयपरिच्छेदः - परिच्छेदः ६
श्री १००८ श्रीमत्परमहंसपरिव्राजकाचार्य-योगीन्द्रवर्य-श्रीआत्मानन्दसर स्वतीस्वामिभिंर्विरचितः ।
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magnitude
Meanings: 39; in Dictionaries: 13
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॥ अथ ग्रन्थान्तरे बहुमूत्रमेहनिदानम् ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
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पंचमः स्कन्धः - अथ दशमोऽध्यायः
’ श्रीमद्भागवतमहापुराणम्’ ग्रंथात ज्ञान, वैराग्य व भक्ति यांनी युक्त निवृत्तीमार्ग प्रतिपादन केलेला आहे, अशा या श्रीमद्भागवताचे भक्तिने श्रवण, पठन आणि निदिध्यासन करणारा मनुष्य खात्रीने वैकुंठलोकाला प्राप्त होतो.
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विश्वामित्रसंहिता - षड्विंशोऽध्याय:
विश्वामित्रसंहिता
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श्री जडभरतचरित्रम् - प्रथमं दशकम् त्वत्भक्तवर...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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प्रथमस्थानम् - त्रयोविंशोऽध्यायः
हारीत संहिता, एक चिकित्साप्रधान आयुर्वेदिक ग्रन्थ आहे. ह्या ग्रंथाचे रचनाकार महर्षि हारीत होत, जे आत्रेय पुनर्वसु ऋषींचे शिष्य होते.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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सूत्रस्थान - अध्याय ०२
आयुर्वेदातील अष्टांग हृदय प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. याचे रचनाकार आहेत, वाग्भट. या ग्रंथाचा रचनाकाल ई.पू.५०० ते ई.पू.२५० मानतात. या ग्रंथात औषधि आणि शल्यचिकित्सा दोन्हींचाही समावेश आहे.
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रसहृदयतंत्र - अध्याय १९
प्रसिद्ध रसायनशास्त्री श्री गोविन्द भगवतपाद जो शंकराचार्य के गुरु थे, द्वारा रचित ‘रसहृदयतन्त्र' ग्रंथ काफी लोकप्रिय है।
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २५२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४७५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १३९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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राजनिघण्टु - क्षीरादिवर्ग
नरहरि पन्डित रचित राजनिघण्टु ग्रंथ म्हणजे आयुर्वेदातील एक मैलाचा दगड.
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मानसोल्लास - विश्वं दर्पणदृश्यमाननगरीत...
शिव हि महान शक्ति असून त्रिमूर्तींपैकी एक आहेत. विश्वाची निर्मीती ब्रह्मदेवाने केली असून नाश करण्याचे कार्य शिवाचे आहे. शिवाचे वास्तव्य कैलास पर्वतावर आहे. Shiva is one of the gods of the Trinity. He is said to be the 'god of destruction'. Shiva is married to the Goddess Parvati (Uma). Parvati represents Prakriti. Lord Shiva sits in a meditative pose on Mount Kailash against, Himalayas.
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रसेन्द्रचिन्तामणि - अध्यायः ८
रसेन्द्रचिन्तामणि चौदाव्या शतकांतील गद्यपद्य मिश्रित ग्रंथ आहे.
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सूत्रस्थान - भाग ४
चरक संहिता आयुर्वेदासंबंधी एक प्रसिद्ध ग्रन्थ आहे. हा ग्रंथ संस्कृत भाषेत आहे. या ग्रंथाचे उपदेशक अत्रिपुत्र पुनर्वसु, ग्रंथकर्ता अग्निवेश आणि प्रतिसंस्कारक चरक हे होत. Charaka Sanhita is believed to be the oldest Ayurvedic text on internal medicine.
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