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edifice
Meanings: 5;
Dictionaries: 5;
Tags: ভৱন, প্রাসাদ, অট্টালিকা, কাৰেং, হাউলি, দালান, সৌধ, মহল, হাবেলি, ইমাৰত, বাস্তু, गिदिर न, दालान न, फाक्का न, ভবন, ইমারত, বাস্তু, ભવન, ઇમારત, ઘર, મકાન, મહેલ, રહેઠાણ, મુકામ, પ્રાસાદ, વાસ્તુ, भवन, इमारत, वास्तु, बिल्डिंग, عِمارَت, घर, इमारत, वास्तू, भवन, കെട്ടിടം, वास्तू, इमारत, इमला, भवन, भवन, घर, महल, ଭବନ, କୋଠା, ବିଲ୍ଡିଙ୍ଗ, ਭਵਨ, ਇਮਾਰਤ, ਵਾਸਤੂ, भवनम्, प्रासादः, हर्म्यम्, கட்டிடம், கட்டடம், భవనము, కట్టడం, నిర్మించడం, عمارت, مکان
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राजनिघण्टु - मङ्गलाचरण
नरहरि पन्डित रचित राजनिघण्टु ग्रंथ म्हणजे आयुर्वेदातील एक मैलाचा दगड.
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mansion
Meanings: 6;
Dictionaries: 4;
Tags: ৰাশি, অট্টালিকা, প্রাসাদ, रासि, जोनोम रासि, बांला न, बांग्ला न, রাশি, জন্মরাশি, অয়নাংশ, অট্টালিকা, ইমারত, দালান, ভিলা, ফ্ল্যাট, રાશિ, જન્મ રાશિ, હવેલી, મહાલય, હર્મ્ય, મહેલ, કોઠી, राशि, जन्म राशि, रास, हवेली, कोठी, بُرٕج, حویلی, عمارت, کوٗٹھۍ, रास, जल्मरास, वाडो, हवेली, രാശി, ലഗ്നം, ജന്മരാശി, ബംഗ്ലാവ്, राशी, जन्मरास, रास, जन्मराशी, हवेली, राशि, जन्म राशि, रास, ରାଶି, ଜନ୍ମରାଶି, ପ୍ରାସାଦ|, ਰਾਸ਼ੀ, ਰਾਸ਼ੀ-ਫਲ, ਜਨਮ-ਕੁੰਡਲੀ, ਹਵੇਲੀ, ਕੋਠੀ, ਬੰਗਲਾ, राशिः, हर्म्यम्, கன்னிராசி, கன்னி, భవనం, భవంతి, బంగ్లా, బంగళా, మేడ, మిద్దె, గొప్పయిల్లు, راس, برج, حویلی, کوٹھی, محل سرا, قصر
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palace
Meanings: 6;
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Tags: ৰাজপ্রাসাদ, ৰাজকাৰেং, ৰাজমহল, ৰাজভৱন, ৰাজহাউলি, ৰাজঅট্টালিকা, ৰাজপুৰী, ৰাজভৱন, राजअन्दर, राजथावनि, राजभवन, राजमहल, राजभवन, রাজমহল, মহল, প্রাসাদ, রাজপ্রাসাদ, রাজভবন, অট্টালিকা, প্রাসাদ, રાજમહેલ, રાજમંદિર, મહેલ, રાજભવન, રજવાડુ, પ્રાસાદ, પેલેસ, રાજભવન, રાજમંદિર, રાજમહેલ, राजमहल, महल, प्रासाद, राजप्रासाद, राजभवन, राजवाड़ा, प्रागार, पैलेस, शासक दल, राजमहल, राजभवन, आलीशान प्रदर्शनी महाकक्ष, भव्य प्रदर्शनी महाकक्ष, आलीशान प्रदर्शनी हाल, आलीशान प्रदर्शनी हॉल, शानदार प्रदर्शनी महाकक्ष, शानदार प्रदर्शनी हाल, शानदार प्रदर्शनी हॉल, राजभवन, محل, گووَرمٮ۪نٛٹ ہاوُس, राजवाडो, राजमहाल, शासक दळ, राजमहाल, राजभवन, काबु राजभवन, കൊട്ടാരം, രാജഭവനം, രാജസൌധം, ഉന്നതഭവനം, ഹര്മ്മ്യം, राजमहाल, राजप्रासाद, महाल, राजवाडा, राजगृह, राजमंदिर, प्रासाद, सरकारवाडा, दालन, राजभवन, राजमहल, राजभवन, राज दरवार, राजभवन, ରାଜମହଲ, ମହଲ, ପ୍ରାସାଦ, ରଜପ୍ରାସାଦ, ପେଲେସ୍, ରାଜବାଟି, ରାଜନିବାସ, ରାଜଭବନ|, ਰਾਜਮਹਿਲ, ਰਾਜਮੱਹਲ, ਰਾਜਭਵਨ, ਰਾਜੇ ਦਾ ਮਹਿਲ, ਰਾਜਵਾੜਾ, ਸ਼ਾਹੀ ਭਵਨ, ਪੈਲੇਸ, ਰਾਜਭਵਨ, ਰਾਜ-ਭਵਨ, राजप्रासादः, राजभवनम्, அரண்மனை, மாளிகை, రాజభవనం, రాజవాసము, రాజగృహం, شاہی محل, شاہی عمارت, راج بھون
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apart
Meanings: 9;
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Tags: गोजानाव, दरकिनार, दूर, अलग, एक तरफ़, एक ओर, अलहदा, कुशिकूच, सोडूच, पयसूच, बाजूला, वेगळे, ଦୂରର, ଅଲଗା, ଅନ୍ୟଆଡର, ਦੂਰ, ਦੂਰ ਦੀ ਗੱਲ, ਇਕ ਪਾਸੇ, ਅਲੱਗ, ਅਲਹਿਦਾ
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मयमतम् - अथैकोनविंशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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सूत्रस्थानम् - त्रयोदशोऽध्यायः
हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड म्हणजेच संहिता.
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द्वारकाखण्डः - अध्यायः २१
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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मयमतम् - अथ विंशोऽध्यायः
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४९३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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विश्वजितखण्डः - अध्यायः ११
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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रसविद्या - भाग ३
रसविद्या, मध्यकालीन भारतातील जी आयुर्वेदीक विद्या आहे, त्यातील एक अग्रणी ग्रंथ म्हणजे आनंदकंद.
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मयमतम् - अथ चतुस्त्रिंशोऽध्यायः
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४७७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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नगरादिसंज्ञा नामाष्टादशोऽध्यायः
समराङ्गणसूत्रधार भारतीय वास्तुशास्त्र से सम्बन्धित ज्ञानकोशीय ग्रन्थ है जिसकी रचना धार के परमार राजा भोज (1000–1055 ई) ने की थी।
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १३४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २३२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १७३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ७२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २३१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १०७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ८९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५७७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २५७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ३४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ८७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २३०
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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सूत्रस्थान - अध्याय १३
आयुर्वेदातील अष्टांग हृदय प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. याचे रचनाकार आहेत, वाग्भट. या ग्रंथाचा रचनाकाल ई.पू.५०० ते ई.पू.२५० मानतात. या ग्रंथात औषधि आणि शल्यचिकित्सा दोन्हींचाही समावेश आहे.
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जानकीहरणम् - तृतीयः सर्गः
'जानकीहरणम्' ह्या महाकाव्याच्या रचयिताचे नाव 'कुमारदास' होते,
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १३८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ११०
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ७९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १४७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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मयमतम् - अथ एकविंशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४७४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २३५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ३५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ११४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५८४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ६
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ९१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २६८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ११५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५८५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006039332 | Lang: NA
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ८१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006039332 | Lang: NA
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १०५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006039332 | Lang: NA
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४९८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006039332 | Lang: NA
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ८८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006039332 | Lang: NA
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ८१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006039332 | Lang: NA
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ७६
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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