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finedraw
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दासप्रथा
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bestow ones self
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broider
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buckle to
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darn
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bask
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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embroider
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stitch
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sew
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botch
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hem
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baste
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addict
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aptend
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अम्लानपंकजमालाबंधपंचकम्
महाराष्ट्रकविवर्य श्रीमयूरविरचिते ग्रन्थ ‘ संस्कृतकाव्यानि ’
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लक्ष्मीनरसिंहसुप्रभातस्तोत्रम् - श्री यादगिरि लक्ष्मीनृसिं...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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सुप्रभात स्तोत्रम्
विष्णू हि सर्वोच्च शक्ती असून, त्रिमूर्ती ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश यांपैकी, भगवान विष्णूचे कार्य विश्वाचा सांभाळ आणि प्रतिपाळ करणे आहे Vishnu,also known as Narayana is the Supreme Being or Ultimate Reality In the Trimurti, Vishnu is responsible for the maintenance or 'preservation' of the universe.
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aim
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all
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celebrate
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धीवराख्यायिका
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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affect
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श्रीत्रिपुरसुन्दरी सुप्रभातम् - श्रीसेव्य-पादकमले श्रित-च...
सती पार्वतीची दहा रूपे - काली, तारा, छिन्नमस्ता, भुवनेश्वरी, बगलामुखी, धूमावती, त्रिपुर सुंदरी, मातंगी, षोड़शी आणि भैरवी.
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care
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पार्वतीखण्डः - अध्यायः १२
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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list
Meanings: 40; in Dictionaries: 12
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उत्तरभागः - अध्यायः ३०
ब्रह्माण्डाच्या उत्पत्तीचे रहस्य या पुराणात वर्णिलेले आहे.
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पंचमः स्कन्धः - अथ अष्टादशोऽध्यायः
’ श्रीमद्भागवतमहापुराणम्’ ग्रंथात ज्ञान, वैराग्य व भक्ति यांनी युक्त निवृत्तीमार्ग प्रतिपादन केलेला आहे, अशा या श्रीमद्भागवताचे भक्तिने श्रवण, पठन आणि निदिध्यासन करणारा मनुष्य खात्रीने वैकुंठलोकाला प्राप्त होतो.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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उत्तरभागः - अध्यायः २५
ब्रह्माण्डाच्या उत्पत्तीचे रहस्य या पुराणात वर्णिलेले आहे.
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पूर्वभागः - एकत्रिंशत्तमोऽध्यायः
पुराण म्हणजे भारतीय संस्कृतीचा अमूल्य ठेवा आहे. महापुराणांच्या क्रमवारीत कूर्मपुराण पंधराव्या स्थानावर आहे.
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time
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ११
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ११३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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नैषधीयचरितम् - द्वितीयः सर्गः
महाकवि श्रीहर्षरचितं नैषधीयचरितम् हा ग्रंथ म्हणजे संस्कृत भाषेतील अतिउत्तम रचना होय.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १८२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २२२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ८५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ११६
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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श्रीमच्छङ्करदिग्विजय: - षष्ठ: सर्ग:
श्रीविद्यारण्यविरचित: श्रीमच्छडरदिग्विजय: ॥
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उत्तरभागः - अध्यायः ४०
ब्रह्माण्डाच्या उत्पत्तीचे रहस्य या पुराणात वर्णिलेले आहे.
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रसविद्या - भाग ९
रसविद्या, मध्यकालीन भारतातील जी आयुर्वेदीक विद्या आहे, त्यातील एक अग्रणी ग्रंथ म्हणजे आनंदकंद.
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चिकित्सास्थान - रसायनाध्याय ४
चरक संहिता आयुर्वेदासंबंधी एक प्रसिद्ध ग्रन्थ आहे. हा ग्रंथ संस्कृत भाषेत आहे. या ग्रंथाचे उपदेशक अत्रिपुत्र पुनर्वसु, ग्रंथकर्ता अग्निवेश आणि प्रतिसंस्कारक चरक हे होत. Charaka Sanhita is believed to be the oldest Ayurvedic text on internal medicine.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः २२८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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वेणीसंहारः - द्वितीयोऽङ्कः
भट्ट नारायण संस्कृत के महान नाटककार थे। वे अपनी केवल एक कृति वेणीसंहार के द्वारा संस्कृत साहित्य में अमर हैं।
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १८५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कोकिलसन्देशः
उद्दण्डशास्त्रिविरचितः कोकिलसन्देशः
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चमत्कारचन्द्रिका - अष्टमो विलासः
श्रीहरिची माला आणि श्रीराधाचा मुक्ताहार यांची ही कथा आहे.
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उत्तरखण्डः - अध्यायः १२९
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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