शतश्लोकी - श्लोक ७४
’शतश्लोकी’ हा गुरु-शिष्य संवादात्मक आत्मज्ञानाचा उपदेश करणारा ग्रंथ
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वाक्यकांड - भाग ७
संस्कृत व्याकरणातील एक प्रसिद्ध ग्रंथ म्हणजे वाक्यपदीय. याची रचना योगिराज भर्तृहरिने केली.
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सूर्य गीता - अथ प्रथमोऽध्यायः
गीता म्हणजे प्राचीन ऋषी मुनींनी रचलेली विश्व कल्याणकारी मार्गदर्शक तत्त्वे. Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.
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तर्कसंग्रह - अथ पंचमोऽध्याय
’तर्कसंग्रह’ग्रंथातील आठ अध्यायातून तर्कशास्त्राचे अचूक ज्ञान मिळते.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २६८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः १४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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साहित्य दर्पण - द्वितीयः परिच्छेदः
साहित्य दर्पण संस्कृत भाषा में साहित्य-विषयक महान ग्रन्थ है। इसके रचयिता विश्वनाथ हैं। साहित्य दर्पण के रचयिता का समय 14वीं शताब्दी ठहराया जाता है।
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