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अरण्यरुदितम्
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inaudibly
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कविराजः
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सान्द्रमुद्रिका
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आकम्पनम्
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क्वणितघटी
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शुष्कचर्चनम्
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दूरध्वनिः
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hearken
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आईपॉडयन्त्रम्
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अर्धशब्द
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श्रवणसाधनम्
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overhear
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साधनम्
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भाषणम्
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ध्वनिः
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प्रबोधसुधाकरः - ध्यानविधिप्रकरणम्
श्रीमच्छङ्करभगवतः कृतौ प्रबोधसुधाकरः
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प्रवचनम्
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विष्णुधर्माः - अध्याय ४२
विष्णुधर्माः
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listen
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aptend
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अधिगम
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प्रथम खण्डः - नवमोऽध्यायः
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे.
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षष्ठः पटलः - पशुभावविवेचनम्
कुमार्युपचर्याविन्यासः
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hear
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confess
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श्रवणीय
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः ७०
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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भूमिखंडः - अध्यायः १००
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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भविष्यपर्व - एकविंशोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
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भूमिखंडः - अध्यायः ६८
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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तन्त्रवार्तिके - श्लोक १ ते २५
कुमारिल भट्ट हे आसामनिवासी ब्राह्मण होते. ते प्रथम बुद्ध होते पण नंतर त्यांनी धर्मपरिवर्तन करून हिन्दू धर्मात प्रवेश केला. ज्याठिकाणी XX आहे, तेथील अक्षरे मिळत नाहीत, जाणकारांनी कृपया मदत करावी.
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खण्डः १ - अध्यायः ०८०
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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विग्रहः - आरंभः
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः ७९
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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ब्रह्मखण्डः - अध्यायः ८
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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उमासहस्रम् - एकोनत्रिंशः स्तबकः
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. A Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas.
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भविष्यपर्व - प्रथमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
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उत्तरखण्डः - अध्यायः ५६
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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श्रीविष्णुपुराण - प्रथम अंश - अध्याय १
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
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मथुराखण्डः - अध्यायः १०
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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उमासहस्रम् - द्वात्रिंशः स्तबकः
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. A Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas.
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श्रीविष्णुपुराण - तृतीय अंश - अध्याय ९
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Puranas.
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गरुड्वरप्राप्तिवर्णनम्
नीलमत पुराण अंदाजे सहाव्या ते आठव्या शतकातील ग्रंथ आहे, यात कश्मीरमधील इतिहास, भूगोल, धर्म आणि लोकगाथांबद्दल विपुल माहीती आहे.
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विष्णुधर्माः - अध्याय ६९
विष्णुधर्माः
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promise
Meanings: 18; in Dictionaries: 7
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मार्कण्डेयपुराणम् - अथाष्टनवतितमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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गान्धर्व
Meanings: 23; in Dictionaries: 5
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आकाशवाणी
Meanings: 22; in Dictionaries: 10
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पठ्
Meanings: 18; in Dictionaries: 3
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