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valor
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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कातर्यम्
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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fortitude
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
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prowess
Meanings: 7; in Dictionaries: 5
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एकनाथी भागवत - श्लोक २९ वा
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
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puissant
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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intrepid
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
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वराहपुराणम् - अध्यायः ६४
'वराह पुराण' हे एक वैष्णव पुराण आहे. या पुराणातील श्लोकांत भगवानांच्या वराह अवतारातील धर्मोपदेश कथांच्या रूपात प्रस्तुत केलेला आहे.
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bold
Meanings: 12; in Dictionaries: 3
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might
Meanings: 9; in Dictionaries: 4
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वाच्यता
Meanings: 19; in Dictionaries: 8
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gallant
Meanings: 15; in Dictionaries: 3
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hero
Meanings: 14; in Dictionaries: 5
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courage
Meanings: 9; in Dictionaries: 4
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क्षात्र
Meanings: 12; in Dictionaries: 7
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man
Meanings: 29; in Dictionaries: 8
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चाणक्यनीतिदर्पणाः - चतुर्दशोऽध्यायः
आर्य चाणक्यने आपल्या नीतिशास्त्र या ग्रंथात आदर्श जीवन मूल्ये सविस्तर सांगितली आहेत.
Nitishastra is a treatise on the ideal way of life, and shows Chanakya's in depth study of the Indian way of life.
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brave
Meanings: 14; in Dictionaries: 4
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फलदीपिकाः - प्रथमोऽध्यायः
’फलदीपिका’ ग्रंथावरून ग्रहफल, नक्षत्रफल, राशीफल अचूक सांगता येते.
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नीतिशतकम् - श्लोक २१ ते ३०
'भर्तृहरि’कॄत नीतिशतक वाचल्याने नीतिमत्तेचे धडे मिळतात.
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एकनाथी भागवत - श्लोक ३७ वा
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
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सहस्त्र नामे - श्लोक १७१ ते १७७
श्रीगणेशाच्या सहस्त्रनामांचे मराठी अर्थ.
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बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् - अध्याय ७७
`बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम्` हा ग्रंथ म्हणजे ज्योतिष शास्त्रातील मैलाचा दगड होय.
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hard
Meanings: 55; in Dictionaries: 10
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वर्णाश्रमधर्मनिर्णय - क्षत्रियधर्म
वर्ण ही एक अवस्था आहे. शास्त्रानुसार प्रत्येक व्यक्ति शूद्र ह्नणून जन्माला येतो, आणि प्रयत्नपूर्वक विकास करून अन्य वर्ण व्यवस्थेपर्यंत पोहोचतो. वास्तविक पाहता प्रत्येकांत चारही वर्ण स्थापित आहेत, या व्यवस्थेलाच वर्णाश्रम धर्म म्हणतात.
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मथुराखण्डः - अध्यायः १२
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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माधव जूलियन - ऐन्शाल्ला
डॉ. माधव त्रिंबक पटवर्धन ऊर्फ माधव जूलियन, (जन्म २१ जानेवारी १८९४; मृत्यु २९ नोव्हेंबर १९३९) हे मराठी भाषेतील प्रतिथयश कवी होऊन गेले.
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श्रीगणेशसहस्त्रनाम - श्लोक १७१ ते १८०
विश्वातील सर्व कारणांचे कारण असणारा असा सर्वात्मा, वेदांनी ज्याची महती गायली आहे, सर्वप्रथम पूजनीय असणार्या अशा गणेशाला मी वंदन करितो.
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः २०८
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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चाणक्यनीतिदर्पणः - द्वादशोऽध्यायः
चाणक्यनीतिदर्पणः
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अपदेशप्रवाहवीचयः - सुभाषित १९२१ - १९४०
सुभाषित म्हणजे आदर्श वचन. सुभाषित गद्य किंवा पद्यात असतात. Subhashita means good speech.
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विवेकसूक्तिः
भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है।
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अर्थशास्त्रम् अध्याय ०८ - भाग १
अर्थशास्त्र या ग्रंथात राज्यव्यवस्था, कृषि, न्याय आणि राजनीति वगैरे विभिन्न विषयांवर विचार केला गेला आहे.
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः १६२
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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उमासंहिता - अध्यायः २७
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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सप्तमः स्कन्धः - अथ एकादशोऽध्यायः
’ श्रीमद्भागवतमहापुराणम्’ ग्रंथात ज्ञान, वैराग्य व भक्ति यांनी युक्त निवृत्तीमार्ग प्रतिपादन केलेला आहे, अशा या श्रीमद्भागवताचे भक्तिने श्रवण, पठन आणि निदिध्यासन करणारा मनुष्य खात्रीने वैकुंठलोकाला प्राप्त होतो.
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देवप्रवाहः - सुभाषित २२१ - २४०
सुभाषित म्हणजे आदर्श वचन. सुभाषित गद्य किंवा पद्यात असतात. Subhashita means good speech.
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चाणक्यनीतिदर्पणाः - द्वादशोऽध्यायः
आर्य चाणक्यने आपल्या नीतिशास्त्र या ग्रंथात आदर्श जीवन मूल्ये सविस्तर सांगितली आहेत.
Nitishastra is a treatise on the ideal way of life, and shows Chanakya's in depth study of the Indian way of life.
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प्रथमः भागः - प्रकरणम् २
भावप्रकाशसंहिता
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वायवीयसंहिता उत्तर भागः - अध्यायः २६
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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प्रथमः स्कन्धः - अध्यायः १६
भागवत पुराणात पुढे येणार्या कलियुगात काय घडणार आहे, याबद्दलचे सविस्तर वर्णन केले आहे.
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देवप्रवाहः - सुभाषित ४१ - ४५
सुभाषित म्हणजे आदर्श वचन. सुभाषित गद्य किंवा पद्यात असतात. Subhashita means good speech.
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सृष्टिखण्डः - अध्यायः ५३
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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श्री नारदीयमहापुराणम् - षष्टितमोऽध्यायः
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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अष्टमाष्टक - प्रथमोsध्याय:
श्रीमत्परमहंस वासुदेवानंदसरस्वतीस्वामीकृत " श्रीदत्तपुराणम् "
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सार्थ श्रीमहाभारतसुभाषितानि - वचन ४०१ ते ४२०
लोकांचे अज्ञान नाहींसे होऊन, त्यांना ज्ञान प्राप्त व्हावें, ह्या हेतूनें श्रीभगवान् व्यास महर्षींनी महाभारत ग्रंथ निर्माण केला.
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अनिरुद्धसंहिता - दशमोऽध्यायः
अनिरुद्धसंहिता
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सुभाषितरत्नकोशः - माहात्म्यव्रज्या
विद्याकर (१०५०-११३०) एक बौद्ध विद्वान कवि होते. त्यांची कृति 'सुभाषितरत्नकोश' प्रसिद्ध आहे.
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force
Meanings: 57; in Dictionaries: 19
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एकनाथी भागवत - श्लोक १७ वा
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
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