-
परिश्रु
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.04921576 | Lang: NA
-
eaves-dropper
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03937261 | Lang: NA
-
अपभाष
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03937261 | Lang: NA
-
कल्पनारम्य
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03937261 | Lang: NA
-
समाश्रु
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03937261 | Lang: NA
-
उपमण्डलाधिकारी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03445103 | Lang: NA
-
श्रवणम्
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03445103 | Lang: NA
-
hearken
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.02952946 | Lang: NA
-
मार्कण़्ड
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.02952946 | Lang: NA
-
overhear
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02460788 | Lang: NA
-
अत्युग्र
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.02460788 | Lang: NA
-
चक्षुःश्रवस्
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.02460788 | Lang: NA
-
अवधानम्
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.02460788 | Lang: NA
-
श्रीभारतसावित्रीस्तोत्रम् - मातापितृसहस्राणि पुत्रदार...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
Type: PAGE | Rank: 0.01968631 | Lang: NA
-
श्रीभारतसावित्रीस्तोत्रम् - मातापितृसहस्राणि पुत्रदार...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
Type: PAGE | Rank: 0.01968631 | Lang: NA
-
confessor
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01968631 | Lang: NA
-
अनुश्रु
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01968631 | Lang: NA
-
उपश्रु
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01968631 | Lang: NA
-
प्रतिश्रु
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01968631 | Lang: NA
-
विश्रु
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01968631 | Lang: NA
-
खण्डः ३ - अध्यायः २४८
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
Type: PAGE | Rank: 0.01722552 | Lang: NA
-
नारद भक्ति सूत्र - चतुर्थोऽध्यायः
नारद भक्ति सूत्राचे रोज वाचन केल्याने सर्व कलह नष्ट होतात
Type: PAGE | Rank: 0.01722552 | Lang: NA
-
तृतीयस्थानम् - चतुश्चत्वारिंशोऽध्यायः
हारीत संहिता, एक चिकित्साप्रधान आयुर्वेदिक ग्रन्थ आहे. ह्या ग्रंथाचे रचनाकार महर्षि हारीत होत, जे आत्रेय पुनर्वसु ऋषींचे शिष्य होते.
Type: PAGE | Rank: 0.01704884 | Lang: NA
-
श्रीकृष्णकृतम् राधास्तोत्रम् - एवमेव प्रियोऽहं ते प्रमोद...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे.
A Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas.
Type: PAGE | Rank: 0.01650747 | Lang: NA
-
उत्तर पर्व - अध्याय ८८
भविष्यपुराणांत धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, अनेक आख्यान, व्रत, तीर्थ, दान, ज्योतिष अणि आयुर्वेद शास्त्र वगैरे विषयांचा अद्भुत संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01476473 | Lang: NA
-
मण्डल ८ - सूक्तं ७८
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
Type: PAGE | Rank: 0.01476473 | Lang: NA
-
listen
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.01476473 | Lang: NA
-
aptend
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.01476473 | Lang: NA
-
खण्डः ३ - अध्यायः २६१
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
Type: PAGE | Rank: 0.01476473 | Lang: NA
-
जनश्रुत
Meanings: 8; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.01476473 | Lang: NA
-
संश्रु
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01476473 | Lang: NA
-
द्वितीयस्थानम् - तृतीयोऽध्यायः
हारीत संहिता, एक चिकित्साप्रधान आयुर्वेदिक ग्रन्थ आहे. ह्या ग्रंथाचे रचनाकार महर्षि हारीत होत, जे आत्रेय पुनर्वसु ऋषींचे शिष्य होते.
Type: PAGE | Rank: 0.01392032 | Lang: NA
-
॥ अथ स्वल्पायुषो लक्षणानि ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01278663 | Lang: NA
-
उत्तर पर्व - अध्याय १८७
भविष्यपुराणांत धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, अनेक आख्यान, व्रत, तीर्थ, दान, ज्योतिष अणि आयुर्वेद शास्त्र वगैरे विषयांचा अद्भुत संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
दशावतरवर्णनं - मार्कण्डेय उवाच अवतारानहं...
विष्णू हि सर्वोच्च शक्ती असून, त्रिमूर्ती ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश यांपैकी, भगवान विष्णूचे कार्य विश्वाचा सांभाळ आणि प्रतिपाळ करणे आहे Vishnu,also known as Narayana is the Supreme Being or Ultimate Reality In the Trimurti, Vishnu is responsible for the maintenance or 'preservation' of the universe.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
कात्यायनस्मृतिः - सभ्याः
स्मृतिग्रंथ म्हणजे धर्मशास्त्रावरील एक आवश्यक वचनांचा भाग.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
स्वर्गखण्डः - अध्यायः ३६
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
उत्तर पर्व - अध्याय १८६
भविष्यपुराणांत धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, अनेक आख्यान, व्रत, तीर्थ, दान, ज्योतिष अणि आयुर्वेद शास्त्र वगैरे विषयांचा अद्भुत संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
संशयरत्नमाला - श्लोक २५ ते २८
मोरोपन्त (मोरेश्वर रामजी पराडकर, १७२९–१७९४) यांच्या संशयरत्नमाला काव्याचा मुकुन्द गणेश मिरजकर यांनी संस्कृतानुवाद केला.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
रोगहर श्रीगुरुवातपुराधिपाष्टकम् - गुरुपुरमन्दिर गोकुलसुन्दर...
देवी देवतांची अष्टके आजारपण किंवा कांही घरगुती त्रास होत असल्यास घरीच देवासमोर म्हणण्याची ईश्वराची स्तुती होय. Traditionally,the ashtakam is recited in homes, when some one has health or any domestic problems.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
मण्डल १ - सूक्तं ३७
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
महावाक्यविवेकः - श्लोक १ ते ८
'सार्थपंचदश्याम्' या ग्रंथात श्रीशंकराचार्यांनी मानवाच्या आयुष्यातील तत्वज्ञान सोप्या भाषेत विशद केले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
hear
Meanings: 11; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
libel
Meanings: 17; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
confess
Meanings: 12; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
आश्रु
Meanings: 9; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
भाज्
Meanings: 24; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
संधृ
Meanings: 10; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.01230394 | Lang: NA
-
द्वारकाखण्डः - अध्यायः ११
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01218028 | Lang: NA
-
मार्कण्डेयपुराणम् - चतुस्त्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01065553 | Lang: NA