-
hat
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.08972281 | Lang: NA
-
casque
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.08972281 | Lang: NA
-
morion
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.08972281 | Lang: NA
-
काश्मीरिन्
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.07930451 | Lang: NA
-
headpiece
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.06344361 | Lang: NA
-
अकाली सिक्खः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.06344361 | Lang: NA
-
helmet
Meanings: 8; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.04758271 | Lang: NA
-
beaver
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.04758271 | Lang: NA
-
helm
Meanings: 9; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.0317218 | Lang: NA
-
cope
Meanings: 12; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.0317218 | Lang: NA
-
armour
Meanings: 13; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.02775658 | Lang: NA
-
cap
Meanings: 43; in Dictionaries: 13
Type: WORD | Rank: 0.0224307 | Lang: NA
-
उपगत
Meanings: 30; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.01982613 | Lang: NA
-
खण्डः ३ - अध्यायः ३१३
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
Type: PAGE | Rank: 0.0158609 | Lang: NA
-
head
Meanings: 57; in Dictionaries: 17
Type: WORD | Rank: 0.009913064 | Lang: NA
-
पातालखण्डः - अध्यायः ४०
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.009913064 | Lang: NA
-
द्वारकाखण्डः - अध्यायः ७
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.009913064 | Lang: NA
-
पातालखण्डः - अध्यायः १२
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.007930451 | Lang: NA
-
त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २०४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.007930451 | Lang: NA
-
पातालखण्डः - अध्यायः ६३
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
Type: PAGE | Rank: 0.007930451 | Lang: NA
-
कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १०२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.007930451 | Lang: NA
-
त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ३९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006939145 | Lang: NA
-
त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006939145 | Lang: NA
-
तिष्यसन्तानः - अध्यायः ६२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006939145 | Lang: NA
-
द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १२३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006939145 | Lang: NA
-
द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ७४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006939145 | Lang: NA