-
सम्पूर्णम्
Meanings: 1;
Dictionaries: 1;
Tags: একদম, थारला, পাক্কা, પાકો, पक्का, ಪಕ್ಕಾ, پَکہٕ, सामको, മുഴുവനായും, पुरै, ନିପଟ, ਪੂਰਾ, முழு, పూర్తిగా, مکمل طور سے, پورے طورپر, پرلے درجے کا, پورا
Type: WORD | Rank: 0.06462092 | Lang: NA
-
पस्पषाह्निक - भाग २
पस्पषाह्निक संस्कृतमधील एक दुर्मिळ ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.02855868 | Lang: NA
-
अश्राव्य
Meanings: 16;
Dictionaries: 9;
Tags: aśrāvya, অশ্রাব্য, खोनासंथावि, અશ્રવણીય, अश्रव्य, ಕೇಳದ, نا قٲبلہِ سماعت, अश्राव्य, കേള്ക്കുവാന് കൊള്ളാത്ത, ꯇꯥꯕ꯭ꯌꯥꯗꯕ, ଅଶ୍ରାବ୍ୟ, ਅਸੁਣਨਯੋਗ, கேட்க முடியாத, వినబడని, ناقابل سماعت অশ্রাব্য, खोनासंथावि, અશ્રવણીય, अश्रव्य, ಕೇಳದ, نا قٲبلہِ سماعت, अश्राव्य, കേള്ക്കുവാന് കൊള്ളാത്ത, ꯇꯥꯕ꯭ꯌꯥꯗꯕ, ଅଶ୍ରାବ୍ୟ, ਅਸੁਣਨਯੋਗ, கேட்க முடியாத, వినబడని, ناقابل سماعت অশ্রাব্য, खोनासंथावि, અશ્રવણીય, अश्रव्य, ಕೇಳದ, نا قٲبلہِ سماعت, കേള്ക്കുവാന് കൊള്ളാത്ത, अश्राव्य, ꯇꯥꯕ꯭ꯌꯥꯗꯕ, ଅଶ୍ରାବ୍ୟ, ਅਸੁਣਨਯੋਗ, கேட்க முடியாத, వినబడని, ناقابل سماعت
Type: WORD | Rank: 0.02827165 | Lang: NA
-
अस्पृष्ट
Meanings: 16;
Dictionaries: 6;
Tags: aspṛṣṭa, অস্পর্শিত, दाङि, અસ્પર્શ, صاف, आफडूंक नाशिल्लें, തൊടാത്ത, नछोइएको, ଅଛୁଆଁ बिलिरि, স্পর্শ থেকে বঞ্চিত, અસ્પર્શિત, अछूता, आफडूंक नाशिल्लें, സ്പർശിക്കാത്ത, ꯐꯪꯗꯔ꯭ꯕ, अछुत, ବଞ୍ଚିତ, ਅਛੂਤਾ, தொடாத, అంటరాని, غیرلمس شدہ, بن چھوا, غیرچھواہوا
Type: WORD | Rank: 0.02827165 | Lang: NA
-
विषयः
Meanings: 6;
Dictionaries: 1;
Tags: বিষয়, વિષય, विषय, ವಿಷಯ, موضوٗع, विशय, വിഷയം, बाब, ꯍꯤꯔꯝ, ବିଷୟ, ਵਿਸ਼ਾ, విషయము, موضوع, سیاق, بابت, معاملہ, امر, ضمن, سلسلہ, حوالہ বিষয়-বস্তু, आयदा, বিষয়, વિષય, विषय, موضوٗع, ବିଷୟବସ୍ତୁ, ਵਿਸ਼ਾ, విషయము, موضوع, مضمون ক্ষেত্র, ક્ષેત્ર, क्षेत्र, ಕ್ಷೇತ್ರ, ਖੇਤਰ, క్షేత్రం, علاقہ, میدان, رقبہ, حد, ایریا ವಿಷಯ, شعبہٕ, വിഷയം., ꯁꯕꯖꯦꯛ, பாடப்பிரிவு-2, సబ్జెక్టు, موضوع, سبجکٹ বিষয়, વિષય, विषय, ಇಂದ್ರಿಯ ವಿಷಯ, ഇന്ദ്രിയ വിഷയം, ବିଷୟ, ਵਿਸ਼ਾ, பயன், ఇంద్రియజ్ఞానం, موضوع, مطلب, حواس کی چیزیں, حد ادراک میں آنے والی چیز
Type: WORD | Rank: 0.02423285 | Lang: NA
-
उद्वह्
Meanings: 12;
Dictionaries: 2;
Tags: udvah,
Type: WORD | Rank: 0.01615523 | Lang: NA
-
नद्
Meanings: 10;
Dictionaries: 3;
Tags: বজোৱা, दाम, વગાડવું, बजाना, ಬಾರಿಸುವುದು, وایُن, वाजोवप, കൊട്ടുക, वाजवणे, ꯌꯩꯕ, बजाउनु, ବଜାଇବା, ਵਜਾਣਾ, வாசி, మ్రోగించుట, بجانا খিলখিলাই থকা, खुसिजों रंजा, তারস্বরে চিত্কার করা, કિલકારી કરવી, किलकारी मारना, ಆನಂದ ಪ್ರಕಟಿಸು, کھکھرِ مارنہِ, किलकीलप, ഹര്ഷധ്വനി പുറപ്പെടുവിക്കുക, ꯍꯔꯥꯎꯅ꯭ꯅꯣꯛ-ꯈꯦꯕ, कराउनु, ଖିଲଖିଲ ହସିବା, ਕਿਲਕਾਰੀ ਮਾਰਨਾ, கெக்கரி, కేరింతలుకొట్టు, کلکاری مارنا, کلکلانا
Type: WORD | Rank: 0.01615523 | Lang: NA
-
भिक्षाटनकाव्यम् - सप्तविंशी पद्धतिः
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
Type: PAGE | Rank: 0.01413583 | Lang: NA
-
वाक्यकांड - भाग ५
संस्कृत व्याकरणातील एक प्रसिद्ध ग्रंथ म्हणजे वाक्यपदीय. याची रचना योगिराज भर्तृहरिने केली.
Type: PAGE | Rank: 0.01009702 | Lang: NA
-
ब्रह्मकांड - भाग ३
संस्कृत व्याकरणातील एक प्रसिद्ध ग्रंथ म्हणजे वाक्यपदीय. याची रचना योगिराज भर्तृहरिने केली.
Type: PAGE | Rank: 0.01009702 | Lang: NA
-
वाक्यकांड - भाग ३
संस्कृत व्याकरणातील एक प्रसिद्ध ग्रंथ म्हणजे वाक्यपदीय. याची रचना योगिराज भर्तृहरिने केली.
Type: PAGE | Rank: 0.01009702 | Lang: NA
-
सूत्रस्थान - अध्याय २७
आयुर्वेदातील अष्टांग हृदय प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. याचे रचनाकार आहेत, वाग्भट. या ग्रंथाचा रचनाकाल ई.पू.५०० ते ई.पू.२५० मानतात. या ग्रंथात औषधि आणि शल्यचिकित्सा दोन्हींचाही समावेश आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.008077615 | Lang: NA
-
मा
Meanings: 58;
Dictionaries: 6;
Tags: জোখা, सु, মাপা, ಅಳತೆಮಾಡು, میٛنُن, मापप, मापणे, ꯑꯣꯟꯕ, नाप्नु, ମାପିବା, ਮਾਪਣਾ, அளவெடு, కొలుచు, ناپنا, تولنا, ماپنا, پیمائش کرنا
Type: WORD | Rank: 0.008077615 | Lang: NA
-
पस्पषाह्निक - भाग ४
पस्पषाह्निक संस्कृतमधील एक दुर्मिळ ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.007067913 | Lang: NA
-
साहित्य दर्पण - द्वितीयः परिच्छेदः
साहित्य दर्पण संस्कृत भाषा में साहित्य-विषयक महान ग्रन्थ है। इसके रचयिता विश्वनाथ हैं। साहित्य दर्पण के रचयिता का समय 14वीं शताब्दी ठहराया जाता है।
Type: PAGE | Rank: 0.007067913 | Lang: NA
-
विग्रहः - कथा ७
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
Type: PAGE | Rank: 0.007067913 | Lang: NA
-
ब्रह्मकाण्डः - अध्यायः २८
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.005048509 | Lang: NA
-
दा
Meanings: 48;
Dictionaries: 8;
Tags: dā, দান কৰা, दान हो, দান করা, દાન કરવું, दान करना, ದಾನ ಮಾಡುವುದು, وَقٕف کَرُن, दान दिवप, ദാനം ചെയ്യുക, दान करणे, ꯀꯠꯊꯣꯛꯄ, दान गर्नु, ଦାନ କରିବା, ਦਾਨ ਕਰਨਾ, தானம்செய், దానమిచ్చు, نذرانہ دینا, عطاکرنا, عطیہ دینا, تحفہ پیش کرنا وَنۍ, ഇപ്പോള്., ꯍꯧꯖꯤꯛ꯭ꯑꯃꯨꯛ, अधुना, اب આપવું, देना, ಕೊಡು, دُین, നല്കുക, दिनु, ଦେବା, ਦੇਣਾ, கொடு, ఇవ్వు, پیش کرنا, دینا, اداکرنا ছাঁচে ফেলে তৈরী করা, ઢાળવું, ढालना, ಸುರಿ, خاکہٕ بَناوُن, सांच्यांत घालप, വാര്ക്കുക, तयार करणे, हाल्नु, ଢାଳିବା, पिंश्, அச்சில்வார், అచ్చువేయు, ڈھالنا
Type: WORD | Rank: 0.005048509 | Lang: NA
-
पाद १ - खण्ड ३३
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004997769 | Lang: NA
-
पाद १ - खण्ड ७
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004038807 | Lang: NA
-
कृ
Meanings: 85;
Dictionaries: 4;
Tags: kṛ, কাম কৰা, माव, কাজ করা, કામ કરવું, काम करना, ಮಾಡು, کَرُن , کٲم کَرٕنۍ, काम करप, പണി ചെയ്യുക, काम करणे, ꯊꯕꯛ꯭ꯇꯧꯕ, काम गर्नु, କାମ କରିବା, ਕੰਮ ਕਰਨਾ, வேலைசெய், పనిచేయు, کام کرنا کَرُن, చేయు., کرنا নি্র্মাণ কৰা, બનાવવું, बनाना, ತಯಾರಿಸುವುದು, بَناوُن, तयार करप, बनाउनु, ଗଢ଼ିବା, செய், తయారుచేయు, بنانا, تیارکرنا, تخلیق کرنا, تعمیرکرنا
Type: WORD | Rank: 0.004038807 | Lang: NA
-
पाद १ - खण्ड ४२
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003533957 | Lang: NA
-
पाद २ - खण्ड १४
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.003029106 | Lang: NA
-
पाद १ - खण्ड ६
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.002019404 | Lang: NA