चतुर्थ पटल - रामचक्र
रूद्रयामल तन्त्रशास्त्र मे आद्य ग्रथ माना जाता है । कुण्डलिणी की सात्त्विक और धार्मिक उपासनाविधि रूद्रयामलतन्त्र नामक ग्रंथमे वर्णित है , जो साधक को दिव्य ज्ञान प्रदान करती है ।
Type: PAGE | Rank: 0.01388443 | Lang: NA
माला २५१ ते ३००
श्री. प. प.वासुदेवानन्दसरस्वतीकृत दत्तमालावर्णांकितमाघमाहात्म्य
Type: PAGE | Rank: 0.01110754 | Lang: NA