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विहारः
Meanings: 3;
Dictionaries: 1;
Tags: অকাডেমী, एकाडेमि, অ্যাকাডেমি, અકાદમી, अकादमी, ಆಕಾಡೆಮಿ, اٮ۪کڈٔمی, अकादेमी, ꯃꯍꯩ꯭ꯂꯣꯏꯁꯪ, एकाडेमी, ଏକାଡ଼େମୀ, ਅਕਾਦਮੀ, அகாடமி, సంస్థ, اکادمی বিচৰণ, बेरायदिंनाय, বিচরণ, વિચરણ, घूमना-फिरना, ತಿರುಗಾಟ, پھیرُن تھورُن, पासेय मारप, കറക്കം, फेरफटका, ꯍꯪꯒꯠ-ꯍꯟꯗ꯭ꯆꯠꯄ, विचरण, ଚାଲବୁଲ, ਘੁੰਮਣਾ, ஊர்சுற்றல், సంచారము, گھومنا, چکر لگانا, سیر کرنا
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jaunt
Meanings: 3;
Dictionaries: 2;
Tags:
Type: WORD | Rank: 0.02923044 | Lang: NA
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promenade
Meanings: 7;
Dictionaries: 4;
Tags: বিহাৰ_কৰা, স্বচ্ছন্দ_গতিতে_চলা, विहरण, विहरना, मंथर टहलाव, पासय, फेरो, वोल्त, ବିଚରଣ, ଧୀର ଗତିରେ ବୁଲିବା|, ਟਹਿਲਣ_ਦਾ_ਭਾਵ, विहरणम्, چہل قدمی, ٹہلائی
Type: WORD | Rank: 0.02923044 | Lang: NA
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ramble
Meanings: 8;
Dictionaries: 4;
Tags: বিচৰণ, ভ্রমণ, চলা-ফুৰা, बेरायदिंनाय, थाबायदिंनाय, गिदिंल्दानाय, गिदिंल्दाबायनाय, વિચરણ, ભ્રમણ, હરવું-ફરવું, અટન, રખડપાટ, विचरण, मटरगश्त, घूमना-फिरना, भ्रमण, मटरगश्ती, अटन, विचरन, پھیرُن_تھورُن, पासेय मारप, भोंवप, फेरफटका, भ्रमण, विचरण, घुमफिर, भ्रमण, हिँडडुल, ବିଚରଣ, ଚଲାବୁଲା, ଭ୍ରମଣ|, ਘੁੰਮਣਾ, ਘੁੰਮਣਾ ਫਿਰਨਾ, ਮਟਰਗਸ਼ਤੀ, विहारः, विहरणम्, परिभ्रमणम्, पर्यटनम्, సంచారము, విహారము, گھومنا, چکر لگانا, سیر کرنا गिदिंलाबाय, बेरायलाबाय, কোনো বিশেষ গন্তব্য ছাড়া হাঁটা, কোনো উদ্দেশ্য ছাড়া ঘুরে বেড়ানো, રખડવું, ભટકવું, શોધ કરવી, भटकना, ख़ाक छानना, भरमना, دَربٕٕہ در پھیرُن, خاک چھانٕنۍ, भटकप, हेडप, फिरप, वणवणप, भौँतारिनु, डुल्नु, कुद्नु, घुम्नु, ଏଣେତେଣେ ବୁଲିବା, ଇତସ୍ତତଃ ଭ୍ରମଣ କରିବା, ਭਟਕਣਾ
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roam
Meanings: 5;
Dictionaries: 4;
Tags: गिदिंलाबाय, बेरायलाबाय, কোনো বিশেষ গন্তব্য ছাড়া হাঁটা, কোনো উদ্দেশ্য ছাড়া ঘুরে বেড়ানো, રખડવું, ભટકવું, શોધ કરવી, भटकना, ख़ाक छानना, भरमना, دَربٕٕہ در پھیرُن, خاک چھانٕنۍ, भटकप, हेडप, फिरप, वणवणप, भौँतारिनु, डुल्नु, कुद्नु, घुम्नु, ଏଣେତେଣେ ବୁଲିବା, ଇତସ୍ତତଃ ଭ୍ରମଣ କରିବା, ਭਟਕਣਾ
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शिवानन्दलहरी - श्लोक ४१ ते ४५
शिवानंदलहरी में भक्ति -तत्व की विवेचना , भक्त के लक्षण , उसकी अभिलाषायें और भक्तिमार्ग की कठिनाईयोंका अनुपम वर्णन है । `शिवानंदलहरी ' श्रीआदिशंकराचार्य की रचना है ।
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श्रीरघुनाथाष्टकम् - शुनासीराधीशैरवनितलज्ञप्ती...
देवी देवतांची अष्टके, आजारपण किंवा कांही घरगुती त्रास होत असल्यास घरीच देवासमोर म्हणण्याची ईश्वराची स्तुती होय. Traditionally,the ashtakam is recited in homes, when some one has health or any domestic problems.
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श्रीरघुनाथाष्टकम्
देवी देवतांची अष्टके आजारपण किंवा कांही घरगुती त्रास होत असल्यास घरीच देवासमोर म्हणण्याची ईश्वराची स्तुती होय. Traditionally,the ashtakam is recited in homes, when some one has health or any domestic problems.
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दशावतारस्तोत्रम् - चलल्लोलकल्लोलकल्लोलिनीशस्...
गुरु म्हणजे शिक्षक ज्ञान देणारा. खरे तर आई हीच पहिली गुरु होय.
A Guru is a teacher in Hinduism
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क्षमावदानम्
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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वृन्दावनखण्डः - अध्यायः २०
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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अर्थशास्त्रम् अध्याय ०५ - भाग ५
अर्थशास्त्र या ग्रंथात राज्यव्यवस्था, कृषि, न्याय आणि राजनीति वगैरे विभिन्न विषयांवर विचार केला गेला आहे.
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चिन्मयनंदनकृत पदें १७२ ते १७५
पद हा अभंगाचाच एक प्रकार असून लयीत गाता येतो, शिवाय गाण्याची कोणतीही ठराविक वेळ नसते.
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ride
Meanings: 14;
Dictionaries: 4;
Tags: उघटना, उकटना, उगटना, تَنٛگ کَرُن, تانہِ دِیُن, سَتاوُن, खेपप, ବିରକ୍ତ କରିବା, ଚିଡେଇବା, ରଗାଇବା, କଷ୍ଟ ଦେବା, ਉਘੇੜਨਾ ড্রাইব, রাইড, চড়া, ड्राइव, राइड, वाहनीय भ्रमण, वाहनीय सैर, राइड, ड्रायव, रायड, फेरी
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अश्वमेधखण्डः - अध्यायः ४६
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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माधुर्यखण्डः - अध्यायः २०
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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उत्तरभागः - अध्यायः १०
अठरा पुराणांमध्ये भगवान् शंकराची महान महिमा लिंगपुराणात वर्णिलेली आहे. यात ११००० श्लोक आहेत. प्रथम योग आणि नंतर कल्प असे विवेचन गुरू वेदव्यास यांनी या पुराणात सांगितले आहे.
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श्रीवामनपुराण - अध्याय ४२
श्रीवामनपुराणकी कथायें नारदजीने व्यासको, व्यासने अपने शिष्य लोमहर्षण सूतको और सूतजीने नैमिषारण्यमें शौनक आदि मुनियोंको सुनायी थी ।
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वामनपुराण - अध्याय ४२ वा
भगवान विष्णु ह्यांचा वामन अवतार हा पाचवा तसेच त्रेता युगातील पहिला अवतार होय.
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वृन्दावनखण्डः - अध्यायः १९
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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drive
Meanings: 46;
Dictionaries: 13;
Tags: আন্দোলন, বিক্ষোভ, आन्दालन, आन्दलन, আন্দোলন, ড্রাইব, রাইড, આંદોલન, आन्दोलन, आंदोलन, जनांदोलन, ड्राइव, राइड, वाहनीय भ्रमण, वाहनीय सैर, تحریٖک, चळवळ, आंदोलन, ड्रायव, रायड, സമര_ഘട്ടം., चळवळ, आंदोलन, फेरी, आन्दोलन, आंदोलन, ଆନ୍ଦୋଳନ, ਅੰਦੋਲਨ, ਮੁਜਾਹਰਾ, अभियानम्, ఆందోళనము, హడతాల్, గొడవ, احتجاج, ہنگامہ, تحریک যানবাহন_চালানো, चलाना, چَلاوٕنۍ, चलोवप, चालविणे, वाहन चालवणे, ଚଲାଇବା, ଚାଳନ କରିବା, ଚାଳିତ କରିବା, ପରିଚାଳିତ କରାଇବା, ଗତି କରାଇବା, ਚਲਾਉਣਾ
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exercise
Meanings: 32;
Dictionaries: 10;
Tags: প্রয়োগ, কামত লগোৱা, ব্যৱহাৰ, बाहायनाय, बाहायथाय, আমল, ব্যবহার, প্রয়োগ, উপযোগ, কার্য, আচরন, প্রয়োজন, উপযোজন, বিনিয়োগ, বিনিয়োজন, પ્રયોગ, અમલ, વ્યવહાર, કામ, આચરણ, પ્રયોજન, ઉપયોજન, વિનિયોગ, ઉપભોગ, આમ્નાય, बदननिकाल, अमल, व्यवहार, प्रयोग, उपयोग, ब्योहार, कार्य, काम, इस्तेमाल, इस्तमाल, आचरण, प्रयोजन, उपयोजन, विनियोग, विनियोजन, यूस, यूज़, यूज, योग, जोग, योजना, आम्नाय, عمل, اِستعمال, वापरांत, चालीक, പ്രയോഗം., व्यवहार, अमल, व्यवहार, प्रयोग, उपयोग, कार्य, आचरण, प्रयोजन, उपयोजन, विनियोग, विनियोजन, କାମ, ବ୍ୟବହାର, ପ୍ରୟୋଗ, ଉପଯୋଗ, ବିନିଯୋଗ, ਅਮਲ, ਪ੍ਰਯੋਗ, ਵਿਵਹਾਰ, ਉਪਯੋਗ, ਵਰਤੋ, ਕਰਨੀ, ਪਾਲਣਾ, ਆਚਰਣ, प्रयोगः, उपयोगः, प्रयोजनम्, प्रयुक्तिः, व्यापारः, व्यवहारः, सेवनम्, उपभोगः, भोगः, योगः, உபயோகம், பயன், விளைவு, நன்மை, பலன், ఉపయోగము, ప్రయొజనము, వినియోగము, ఫలితము, ఫలము, సార్థకము, పరమార్థము, عمل, استعمال, معاملات, تعمیل, عادت, سلوک, برتاؤ ব্যায়াম কৰোৱা, কচৰত কৰোৱা, हुदा खालाम, सर खालाम, कसरत कराना, व्यायाम कराना, अभ्यास कराना, कसरत करवाना, व्यायाम करवाना, अभ्यास करवाना, साधना, व्यायाम करून घेवप, व्यायाम करूंक लावप, व्यायाम करूंक सांगप, सादोवप, କସରତ କରାଇବା, ବ୍ୟାୟାମ କରାଇବା|, ସାଧନା କରିବା, ଅଭ୍ୟାସ କରିବା, ସିଦ୍ଧହସ୍ତ ହେବା, ସିଦ୍ଧିଲାଭ କରିବା, ਕਸਰਤ ਕਰਨਾ, ਐਕਸਰਸਾਇਜ ਕਰਨਾ, ਸਾਧਨਾ, کسرت کرانا, ورزش کرانا, مشق کرانا, سادھنا, مشق کرنا
Type: WORD | Rank: 0.01096141 | Lang: NA
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तृतीयोऽध्यायः
विश्वकर्मकृतायां वास्तुशास्त्रे वास्तुविद्या
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युद्धखण्डः - अध्यायः २८
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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विश्वजितखण्डः - अध्यायः ४४
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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॥ अथ रात्रिचर्या ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.009134512 | Lang: NA
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सतीखण्डः - अध्यायः २३
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.009134512 | Lang: NA
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समय मातृका - द्वितीयः समयः
क्षेमेंद्र के ग्रंथ समयमातृका का रचनाकाल १०५० ई है। यह एक हास्य प्रहसन का अत्युत्तम ग्रंथ है ।
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मित्र लाभः - कथा ५
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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दानपारमिता
क्षेमेन्द्र संस्कृत भाषेतील प्रतिभासंपन्न ब्राह्मणकुलोत्पन्न काश्मीरी महाकवि होते.
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शिवमहिमस्तोत्रम्
शिव हि महान शक्ति असून त्रिमूर्तींपैकी एक आहेत. विश्वाची निर्मीती ब्रह्मदेवाने केली असून नाश करण्याचे कार्य शिवाचे आहे. शिवाचे वास्तव्य कैलास पर्वतावर आहे.
Shiva is one of the gods of the Trinity. He is said to be the 'god of destruction'. Shiva is married to the Goddess Parvati (Uma). Parvati represents Prakriti. Lord Shiva sits in a meditative pose on Mount Kailash against, Himalayas.
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सुहृद्-भेदः - आरंभः
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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गोलोकखण्डः - अध्यायः १६
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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आश्चर्यरासप्रबन्धः - भाग ३
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ४९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006394158 | Lang: NA
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः २२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006394158 | Lang: NA
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २९८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006394158 | Lang: NA
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घेरण्ड संहिता - तृतीयोपदेशः
मुद्रा आणि योगासनांच्या संबंधी विस्तृत माहिती देणार ग्रंथ म्हणजे 'घेरण्ड संहिता'. हठयोगावर आधारित या ग्रंथाची रचना महर्षि घेरण्ड यांनी केली आहे.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः २३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.006394158 | Lang: NA
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चतुर्थः भागः - योनिरोगाधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.005480707 | Lang: NA
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शिव स्तोत्रे - शिवानन्द लहरी
शिव हि महान शक्ति असून त्रिमूर्तींपैकी एक आहेत. विश्वाची निर्मीती ब्रह्मदेवाने केली असून नाश करण्याचे कार्य शिवाचे आहे. शिवाचे वास्तव्य कैलास पर्वतावर आहे. Shiva is one of the gods of the Trinity. He is said to be the 'god of destruction'. Shiva is married to the Goddess Parvati (Uma). Parvati represents Prakriti. Lord Shiva sits in a meditative pose on Mount Kailash against, Himalayas.
Type: PAGE | Rank: 0.005480707 | Lang: NA
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शुक्रनीतिः - तृतीय अध्याय
प्रस्तुत नीति शुक्राचार्यांनी न लिहिता मूळ नीति भगवान् श्रीशंकरांनी लिहिली आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.004567256 | Lang: NA
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प्रथमः भागः - प्रकरणम् ४
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.004521353 | Lang: NA
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शृङ्गारभेदप्रकरणम्
रूपगोस्वामी ह्या महान विद्वानाने रचलेला महान् ग्रंथ उज्ज्वलनीलमणिः होय.
Type: PAGE | Rank: 0.003653805 | Lang: NA
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प्रथमः भागः - प्रकरणम् ५
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.003653805 | Lang: NA
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गौरगोविन्दर्चनस्मरणपद्धति
गौरगोविन्दर्चनस्मरणपद्धति
Type: PAGE | Rank: 0.003197079 | Lang: NA