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infrequently
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.09153268 | Lang: NA
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thinly
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.07627723 | Lang: NA
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asunder
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.05393615 | Lang: NA
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seldom
Meanings: 4; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.05393615 | Lang: NA
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separately
Meanings: 11; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.05339406 | Lang: NA
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loosely
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.04576634 | Lang: NA
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rarely
Meanings: 7; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.04576634 | Lang: NA
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apart
Meanings: 9; in Dictionaries: 4
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मानसागरी - अध्याय ३ - शुक्रफलम्
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.
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मानसागरी - अध्याय ३ - शनिफलम्
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.
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प्राणिवर्गः - श्लोक १०४ ते १४०
अमरकोश में संज्ञा और उसके लिंगभेद का अनुशासन या शिक्षा है। अन्य संस्कृत कोशों की भांति अमरकोश भी छंदोबद्ध रचना है।
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rare
Meanings: 18; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.01525545 | Lang: NA
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निबिड
Meanings: 16; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 0.01525545 | Lang: NA
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thin
Meanings: 22; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.01525545 | Lang: NA
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प्रथमाश्वासः - श्लोक ५१ ते ७५
'श्रीकृष्ण कर्णामृत’च्या वाचनातून श्रीकृष्णभक्ति अमृताप्रमाणे हे नरदेही आयुष्य अमर बनविते, शिवाय स्तोत्र पठणाचे पुण्य मिळते.
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भिक्षाटनकाव्यम् - तृतीया पद्धतिः ।
उत्प्रेक्षावल्लभकविविरचितं भिक्षाटनकाव्यम् ।
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अपदेशप्रवाहवीचयः - सुभाषित १७६१ - १७८०
सुभाषित म्हणजे आदर्श वचन. सुभाषित गद्य किंवा पद्यात असतात. Subhashita means good speech.
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मानसारम् - शयनविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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वि
Meanings: 46; in Dictionaries: 6
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किरातार्जुनीयम् - प्रसंग १०
'किरातार्जुनीयम्' प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत ग्रंथांपैकी एक होय. या काव्याचे रचनाकार महाकवि भारवी होत. किरातरूपधारी शिव आणि पांडु पुत्र अर्जुन यांच्यातील धनुर्युद्ध आणि वार्तालाप यावर आधारित हे काव्य आहे.
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रघुवंश - नवम: सर्ग:
महाकवी कालिदासाने ’रघुवंश’ या महाकाव्यातील एकोणीस भागात राजा दिलीप, त्याचा पुत्र रघु, रघुचा पुत्र अज, अजचा पुत्र दशरथ, दशरथाचा पुत्र राम आणि त्याचे पुत्र लव आणि कुश यांचे चरित्र वर्णन केले आहे.
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loose
Meanings: 39; in Dictionaries: 7
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श्रीमच्छङ्करदिग्विजय: - व्दादश: सर्ग:
श्रीविद्यारण्यविरचित: श्रीमच्छडरदिग्विजय: ॥
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः ११६
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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अथ विश्वामित्रकृत श्रीगायत्रीकल्पः
श्रीगायत्री परां देवीं विप्रेभ्योऽभयदां मुदा । वन्दे ब्रह्मप्रदां साक्षात्सच्चिदानंदरूपिणीम् ॥ अनुक्रमणिका प्रमाणे वाचन करावे.
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श्रीकृष्णकर्णामृतं - प्रथमाश्वासः
भगवान श्रीकृष्ण विष्णुचा आठवा अवतार आहे. श्रीकृष्णाचा अवतार पूर्ण अवतार समजतात. Lord Krishna is the eighth and the most popular incarnation of Lord Vishnu.
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राजनिघण्टु - क्षीरादिवर्ग
नरहरि पन्डित रचित राजनिघण्टु ग्रंथ म्हणजे आयुर्वेदातील एक मैलाचा दगड.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ३८१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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शृङ्गारतिलक - द्वितीय परिच्छेदः
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच. शृङ्गारतिलक काव्याचे कवी आहेत,रुद्रभट्ट.
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सखीप्रकरणं
रूपगोस्वामी ह्या महान विद्वानाने रचलेला महान् ग्रंथ उज्ज्वलनीलमणिः होय.
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दशावतारचरित्रम् - वामनावतारः पञ्चमः
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच, त्यातीलच एक काव्य म्हणजे महाकविश्रीक्षेमेन्द्र रचित दशावतारचरित्रम्.
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विश्वामित्रसंहिता - दशमोऽध्याय:
विश्वामित्रसंहिता
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