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छलितक
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खरालक
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गौफिलक
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गृहोलिका
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चौलि
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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कालीक
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रेलवे जङ्सन
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चतुर्थकाल
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जलाञ्जलि
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तैलिन्
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benediction
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ताम्बूलिन्
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लिकचोरी
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पंढरीमाहात्म्य - अभंग ५० ते ५३
संत नामदेवांनी भक्ति-गीते आणि अभंगांची रचना करून समस्त जनता-जनार्दनाला समता आणि प्रभु-भक्तिची शिकवण दिली.
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एकपंचाशत्तमोsध्याय:
श्री. प. प.वासुदेवानन्दसरस्वतीकृत श्रीगुरुचरित्रकाव्य
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‘ सीमान्तपूजन ’ विधीवरून प्राचीन रीतीचे ज्ञान
प्रस्तुत ग्रंथ १९०१ साली बडोद्याचे महाराज श्रीमंत सयाजीराव गायकवाड यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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श्री नारदीयमहापुराणम् - एकसप्ततितमोऽध्यायः
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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पांडवप्रताप - अध्याय १५ वा
पांडवप्रताप ग्रंथवाचन म्हणजे चंचल मनाला भक्तियोगाकडे वळविण्याचा प्रवास.
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सैलानी बंदर
मुन्शी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के महानतम भारतीय लेखकों में से एक हैं।
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