-
flax
Meanings: 7;
Dictionaries: 5;
Tags: અળસી, તીસી, માલિકા, નીલપુષ્પી, નીલપુષ્પા, નીલપુષ્પિકા, अलसी, तीसी, अतसी, अरसी, अर्सी, नीलपुष्पिका, नीलपुष्पी, मालिका, हैमवती, ألِش, सणबियांचो_रोंपो, अळशी, अळसी, जवस, अतसी, उमा, चणका, क्षौमी, रुद्रपत्नी, सुवर्चला, पिछिला, देवी, नदगन्धा, मदोत्कटा, क्षुमा, हैमवती, सुनीला, नीलपुष्पिका, تیسی, السی, ارسی
Type: WORD | Rank: 0.04360532 | Lang: NA
Tags: N/A
-
linseed
Meanings: 9;
Dictionaries: 7;
Tags: তিচি, मागा, थिसि, थेसि, अलसी, तीसी, अतसी, अरसी, अर्सी, मालिका, हैमवती, ألِش, तीळ, ചണം, अळशी, आळशी, जवस, आलस, तिसी, अतसी, अतसी, उमा, चणका, क्षौमी, रुद्रपत्नी, सुवर्चला, पिछिला, देवी, नदगन्धा, मदोत्कटा, क्षुमा, हैमवती, सुनीला, नीलपुष्पिका, అవిసెనూనె., السی, تیسی, ہیموتی
Type: WORD | Rank: 0.04360532 | Lang: NA
Tags: N/A
-
सुभाषितरत्नकोशः - शिशिरव्रज्या
विद्याकर (१०५०-११३०) एक बौद्ध विद्वान कवि होते. त्यांची कृति 'सुभाषितरत्नकोश' प्रसिद्ध आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01526186 | Lang: NA
-
जानकीहरणम् - त्रयोदशः सर्गः
'जानकीहरणम्' ह्या महाकाव्याच्या रचयिताचे नाव 'कुमारदास' होते,
Type: PAGE | Rank: 0.01090133 | Lang: NA
-
उत्पत्तिप्रकरणं - सर्गः ७०
योगवासिष्ठः
Type: PAGE | Rank: 0.008721064 | Lang: NA
-
रसविद्या - भाग २६
रसविद्या, मध्यकालीन भारतातील जी आयुर्वेदीक विद्या आहे, त्यातील एक अग्रणी ग्रंथ म्हणजे आनंदकंद.
Type: PAGE | Rank: 0.005450665 | Lang: NA
-
अनेकार्थसङ्ग्रहः - त्रिस्वरकाण्डः
आचार्यश्रीहेमचन्द्रेण विरचितः अनेकार्थसङ्ग्रहो नाम कोशः
Type: PAGE | Rank: 0.002725333 | Lang: NA