त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २२४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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उत्तरार्ध - अभंग १०१ ते २००
श्री मुक्तेश्वरी पोथी वाचल्याने आत्मिक समाधान मिळते.
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शिवगीता - अध्याय ८
विविध गीतामे प्राचीन ऋषी मुनींद्वारा रचा हुवा विश्व कल्याणकारी मार्गदर्शक तत्त्वोंका संग्रह है।
Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.
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