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उदात्तीकरणम्
Meanings: 1;
Dictionaries: 1;
Tags: উদাৰীকৰণ, दावगाहोनाय, উদারীকরণ, ઉદારીકરણ, उदात्तीकरण, ಉದ್ಧಾರ್ತಿಕರಣ, وقار بخشی, ഉദാത്തവല്കരണം, ꯋꯥꯡꯕ꯭ꯊꯥꯛꯇ꯭ꯄꯨꯔꯛꯅꯕ꯭ꯃꯑꯣꯡ, उदारीकरण, ଉଦାରୀକରଣ, ਉਦਾਤੀਕਰਣ, மேம்படுத்துதல், ఔదార్యము, فیاضانہ, فراخ دلانہ
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वेश
Meanings: 36;
Dictionaries: 7;
Tags: vēśḥ,
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मयमतम् - अथ चतुर्दशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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वर्णाश्रमप्रविभागो नाम सप्तमोऽध्यायः
समराङ्गणसूत्रधार हा भारतीय वास्तुशास्त्र सम्बन्धित ज्ञानकोशीय ग्रन्थ आहे, ज्याची रचना धार राज्याचे परमार राजा भोज (1000–1055 इ.स.) यांनी केली होती.
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moral
Meanings: 23;
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Tags: শিক্ষা, শিকনি, বুজনি, জ্ঞান, উপদেশ, सोलोंथाय, गियान, উপদেশ, পরামর্শ, শিক্ষা, ঞ্গান, શીખ, જ્ઞાન, શિક્ષા, શિખામણ, સબક, ઉપદેશ, બોધ, નસીહત, નસિયત, सीख, ज्ञान, नसीहत, शिक्षा, सबक़, सबक, तम्बीह, बात, نٔصیٖحَت, سَبَق, تعلیٖم, शिकवण, ज्ञान, പഠിത്തം., शिकवण, धडा, ज्ञान, बोध, ଶିକ୍ଷା, ଜ୍ଞାନ, ନୈତିକତା, ନୀତି, ਸਿੱਖਿਆ, ਗਿਆਨ, ਨਸੀਹਤ, ਸਬਕ, शिक्षा, ज्ञानम्, ఉపదేశం, సూక్తి, హితవచనము, ప్రవచనము, సుభాషితము, హితోక్తి, ఉపోఘాతం, نصیحت, تعلیم, سبق, درس, علم, تنبیہ উচিত, নৈতিকতাপূর্ণ, নীতিপূর্ণ, নৈতিক, সঠিক, खान्थि गोनां, खानथि गोनां, थार, उसिद, નૈતિક, નીતિપૂર્ણ, ઉચિત, યોગ્ય, नैतिकतापूर्ण, नीतिपूर्ण, नैतिक, उचित, सही, اِخلٲقی, नितीकतायपूर्ण, उचीत, नितीपूर्ण, സാന്മാര്ഗ്ഗികത, സാന്മാര്ഗ്ഗികാചരണം, नैतिक, नीतियुक्त, ନୈତିକତାପୂର୍ଣ୍ଣ, ନୀତିପୂର୍ଣ୍ଣ, ନୈତିକ, ଉଚିତ, ଠିକ, ਨੈਤਿਕ, ਨੈਤਿਕਤਾ, ਨੈਤਿਕਤਾ ਪੂਰਨ, ਉਚਿਤ, ਸਹੀ, ਸਾਰਥਕ, ਸਦਾਚਾਰਕ, नैतिक, नैतिकतापूर्ण, नीतिपूर्ण, நேர்மையான, நீதியான, மெய்யான, உண்மையான, நியாயமான, నీతిసంబంధమైన, నీతిశాస్త్ర సంబంధమైన, నీతివిషయమైన, بااخلاق, اخلاقی, نیک, مناسب, درست, صحیح
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विनीत
Meanings: 54;
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Tags: vinīta, বিনীত, ವಿಧೇಯವಾದ, تیز مزازِ, नितीक, നയവൈദഗ്ദ്ധ്യമുള്ള, नीतिमान, ꯊꯧꯒꯜꯂꯣꯟ-ꯕꯦꯚꯥꯔ꯭ꯀꯥꯏꯗꯕ, विनयी, பணிவான, వినయముగల, سادہ, منکسرالمزاج, انکسار সৌম্য, गुरै आखु, સૌમ્ય, सौम्य, ಸೌಮ್ಯ ಸ್ವಭಾವದ, نَرٕم مِزازُک, भोळो, സൌമ്യനായ, ꯏꯪ꯭ꯇꯞꯄ, ସୌମ୍ୟ, மென்மையான, కోమలమైన, خوش مزاج, دلاویز, ہردلعزیز, ملنسارخوش باش, , نرم مزاج বিনীত, ವಿಧೇಯವಾದ, تیز مزازِ, नितीक, നയവൈദഗ്ദ്ധ്യമുള്ള, नीतिमान, ꯊꯧꯒꯜꯂꯣꯟ-ꯕꯦꯚꯥꯔ꯭ꯀꯥꯏꯗꯕ, विनयी, பணிவான, వినయముగల, سادہ, منکسرالمزاج, انکسار
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पुरुषोत्तमसंहिता - षष्ठोध्यायः
पुरुषोत्तमसंहिता
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विष्णुधर्माः - अध्याय ६५
विष्णुधर्माः
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अंशुमत्काश्यपागमः - नागरादिविधिपटलः
वास्तुशास्त्रावरील एक असामान्य ग्रंथ..
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पंचमाष्टक - द्वितीयोsध्याय:
श्रीमत्परमहंस वासुदेवानंदसरस्वतीस्वामीकृत " श्रीदत्तपुराणम् "
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षष्ठाष्टक - सप्तमोsध्याय:
श्रीमत्परमहंस वासुदेवानंदसरस्वतीस्वामीकृत " श्रीदत्तपुराणम् "
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अध्याय २४१ - सामादिः
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १५६
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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श्रीशरणागतिदीपिका - श्रीमान् वेङ्कटनाथार्यः क...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. In Hinduism, a Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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मयमतम् - अथ चतुस्त्रिंशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १८२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १८०
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४०२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १५५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः २३४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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ध्वन्यालोकः - प्रथम उद्योतः
ध्वन्यालोकः हा ग्रंथ श्रीराजानकानन्दवर्धनाचार्य: यांनी रचिलेला आहे.
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः ४५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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श्रीदत्तचंपू: - द्वितीयस्तबक:
श्री. प. प.वासुदेवानन्दसरस्वतीकृतं श्रीगुरुचरित्रकाव्यम्
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शुक्रनीतिः - प्रथम अध्याय
प्रस्तुत नीति शुक्राचार्यांनी न लिहिता मूळ नीति भगवान् श्रीशंकरांनी लिहिली आहे.
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ध्वन्यालोकः - तृतीय उद्योतः
ध्वन्यालोकः हा ग्रंथ श्रीराजानकानन्दवर्धनाचार्य: यांनी रचिलेला आहे.
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