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disinterestedly
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chastely
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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aversely
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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reluctantly
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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involuntarily
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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सन्यासाश्रमः
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नारायणकृतं श्रीकृष्णस्तोत्र - नारायण उवाच । वरं वरेण्य...
भगवान श्रीकृष्ण विष्णुचा आठवा अवतार आहे. श्रीकृष्णाचा अवतार पूर्ण अवतार समजतात. Lord Krishna is the eighth and the most popular incarnation of Lord Vishnu.
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प्रथमस्कन्धपरिच्छेदः - द्वितीयदशकम्
श्रीनारायणके दूसरे रूप भगवान् श्रीकृष्णकी इस ग्रंथमे स्तुति की गयी है ।
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उत्तर पर्व - अध्याय ३८
भविष्यपुराणांत धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, अनेक आख्यान, व्रत, तीर्थ, दान, ज्योतिष अणि आयुर्वेद शास्त्र वगैरे विषयांचा अद्भुत संग्रह आहे.
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ज्ञानम्
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नारायणीय - अध्यायः १
विष्णू हि सर्वोच्च शक्ती असून, त्रिमूर्ती ब्रह्मा, विष्णू आणि महेश यांपैकी, भगवान विष्णूचे कार्य विश्वाचा सांभाळ आणि प्रतिपाळ करणे आहे Vishnu,also known as Narayana is the Supreme Being or Ultimate Reality In the Trimurti, Vishnu is responsible for the maintenance or 'preservation' of the universe.
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स्थितिप्रकरणम् - सर्गः ३५
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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खंड २ - अध्याय १४
मुद्गल पुराणात श्री गणेशाच्या आठ अवतारांचे वर्णन आहे.
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विष्णुधर्माः - अध्याय ३
विष्णुधर्माः
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः १४१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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सूर्य गीता - अथ पञ्चमोऽध्यायः
गीता म्हणजे प्राचीन ऋषी मुनींनी रचलेली विश्व कल्याणकारी मार्गदर्शक तत्त्वे. Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः १९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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नारायणीय - भाग १
"नारायणीय" काव्याचे कवी नारायण भट्ट संस्कृत भाषेतील एक प्रकांड पंडित, प्रतिभाशाली कवी होते.
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः २८
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४७३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः २०
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ३३३
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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दत्तगीता - प्रथमोध्यायः
‘ श्रीदत्तात्रेयकल्प :’ अतिशय दुर्मिळ ग्रंथ असून याप्रमाणे श्रीदत्ताची पूजा केल्याने मानवाच्या सर्व विकृत बाधा नष्ट होतात .
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ३०८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ३९४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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उत्तरखण्डः - अध्यायः १५१
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५१५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः १२७
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ४५५
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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तिष्यसन्तानः - अध्यायः ८२
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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दत्तगीता - प्रथमोध्यायः
गीता म्हणजे प्राचीन ऋषी मुनींनी रचलेली विश्व कल्याणकारी मार्गदर्शक तत्त्वे. Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.
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श्रीविष्णुसूक्तिः
भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है।
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तत्वमुक्ताकलापे - जोवसर:
वेदान्त देशिक उर्फ वेंकटनाथ (१२६८-१३७०) हे वैष्णव गुरू, कवि, भक्त, दार्शनिक आणि आचार्य सुद्धां होते.
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त्रितीयशतकम्
श्री. प. प.वासुदेवानन्दसरस्वतीकृतं श्रीगुरुचरित्रकाव्यम्
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मनुस्मृतिः - द्वादशोध्यायः
मनुस्मृती हे धर्मशास्त्र आहे. वर्णधर्म, आश्रमधर्म, वर्णाश्रमधर्म, राजधर्म, व्यवहारनिर्णय, स्त्रीधर्म व पुरूषधर्म यांच्या या स्मृतीमध्ये व्याख्या सांगून त्यांची निष्कृती कोणत्या उपायांनी करावी हे सुचविले आहे.
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कृष्णामृतमहार्णवः - ॐ अर्चितः संस्मृतो ध्यात...
भगवान श्रीकृष्ण विष्णुचा आठवा अवतार आहे. श्रीकृष्णाचा अवतार पूर्ण अवतार समजतात. Lord Krishna is the eighth and the most popular incarnation of Lord Vishnu.
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सृष्टिखण्डः - अध्यायः २१
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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