-
asthenia
Meanings: 4; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.07795598 | Lang: NA
-
frailty
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.05197065 | Lang: NA
-
craziness
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.05197065 | Lang: NA
-
inability
Meanings: 10; in Dictionaries: 7
Type: WORD | Rank: 0.045936 | Lang: NA
-
faintness
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04547432 | Lang: NA
-
dotage
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.04547432 | Lang: NA
-
imbecility
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.04547432 | Lang: NA
-
feebleness
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.03897799 | Lang: NA
-
disability
Meanings: 14; in Dictionaries: 10
Type: WORD | Rank: 0.03897799 | Lang: NA
-
weakness
Meanings: 9; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.03897799 | Lang: NA
-
invalidity
Meanings: 11; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.03248166 | Lang: NA
-
deadness
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.03248166 | Lang: NA
-
debility
Meanings: 7; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.03248166 | Lang: NA
-
दौर्बल्यम्
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
Type: WORD | Rank: 0.03248166 | Lang: NA
-
imbecile
Meanings: 12; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.02598532 | Lang: NA
-
impotence
Meanings: 12; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.02598532 | Lang: NA
-
infirmity
Meanings: 7; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.02598532 | Lang: NA
-
debilitate
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.02598532 | Lang: NA
-
effeminate
Meanings: 9; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01948899 | Lang: NA
-
ascribe
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
Type: WORD | Rank: 0.01948899 | Lang: NA
-
मानसागरी - अध्याय ५ - शुक्रमहादशान्तर्दशाफलम्
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.
Type: PAGE | Rank: 0.01948899 | Lang: NA
-
॥ अथ त्रिदोषजसहजार्शसोर्लक्षणम् ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01624083 | Lang: NA
-
feeble
Meanings: 8; in Dictionaries: 6
Type: WORD | Rank: 0.01624083 | Lang: NA
-
प्राणवहस्त्रोतस् - व्यवायशोष
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
Type: PAGE | Rank: 0.01624083 | Lang: NA
-
impotent
Meanings: 17; in Dictionaries: 8
Type: WORD | Rank: 0.01624083 | Lang: NA
-
infirm
Meanings: 16; in Dictionaries: 5
Type: WORD | Rank: 0.01624083 | Lang: NA
-
weak
Meanings: 17; in Dictionaries: 9
Type: WORD | Rank: 0.01624083 | Lang: NA
-
आचारकाण्डः - अध्यायः १५७
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01299266 | Lang: NA
-
॥ अथार्शोरोगनिदानम् ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01299266 | Lang: NA
-
प्राणवहस्त्रोतस् - उदावर्त
धर्म, अर्थ, काम आणि मोक्ष या चतुर्विध पुरूषार्थांच्या प्राप्तीकरितां आरोग्य हे अत्यंत आवश्यक असते.
Type: PAGE | Rank: 0.01299266 | Lang: NA
-
चतुर्थः भागः - स्त्रीरोगाणामधिकाराः
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.01299266 | Lang: NA
-
॥ अथ श्रोत्रादिगतलक्षणमाह ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01299266 | Lang: NA
-
॥ अथ ग्रहणीनिदानम् ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.01299266 | Lang: NA
-
सप्तचत्वारिंशः पटलः - रूद्र ध्यानम्
रूद्राणीरूद्रयो पूजाप्रकरणम्
Type: PAGE | Rank: 0.01136858 | Lang: NA
-
तृतीयः भागः - शोथाधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.01136858 | Lang: NA
-
खण्डः ३ - अध्यायः २३८
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
Type: PAGE | Rank: 0.01136858 | Lang: NA
-
द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ८८
लक्ष्मीनारायणसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.01125198 | Lang: NA
-
भविष्यपर्व - पञ्चमोऽध्यायः
महर्षी व्यासांनी रचलेला हा महाभारताचा पुरवणी ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.009744497 | Lang: NA
-
खण्डः ३ - अध्यायः ०४३
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
Type: PAGE | Rank: 0.009744497 | Lang: NA
-
प्रथमः भागः - ग्रहणीरोगाधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.009187199 | Lang: NA
-
शरीरस्थानम् - चतुर्थोऽध्यायः
हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड म्हणजेच संहिता.
Type: PAGE | Rank: 0.008120414 | Lang: NA
-
die
Meanings: 44; in Dictionaries: 11
Type: WORD | Rank: 0.008120414 | Lang: NA
-
निदानस्थानम् - सप्तमोऽध्यायः
हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड म्हणजेच संहिता.
Type: PAGE | Rank: 0.008120414 | Lang: NA
-
॥ अथ रात्रिचर्या ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.008120414 | Lang: NA
-
॥ अथातोदावर्तनिदानम् ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.008120414 | Lang: NA
-
निदानस्थान - अध्याय ८
आयुर्वेदातील अष्टांग हृदय प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. याचे रचनाकार आहेत, वाग्भट. या ग्रंथाचा रचनाकाल ई.पू.५०० ते ई.पू.२५० मानतात. या ग्रंथात औषधि आणि शल्यचिकित्सा दोन्हींचाही समावेश आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.008120414 | Lang: NA
-
तृतीयः भागः - उदावर्त्तानाहाधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.008120414 | Lang: NA
-
॥ अथात: शोथनिदानं व्याख्यास्याम: ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
Type: PAGE | Rank: 0.008038799 | Lang: NA
-
द्वितीयः भागः - अशोऽधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
Type: PAGE | Rank: 0.008038799 | Lang: NA
-
शार्ङ्गधरसंहिता - प्रथमं परिशिष्टम्
संहिता हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड होत.
Type: PAGE | Rank: 0.007703701 | Lang: NA