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निदह्
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Dictionaries: 1;
Tags:
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ओष्ठः
Meanings: 1;
Dictionaries: 1;
Tags: ওঁঠ, गुस्थि, ঠোঁট, હોઠ, होंठ, ತುಟಿ, وٕٹھ, ओंठ, അധരം, ओठ, ꯃꯆꯤꯟ, ଓଠ, ਬੁੱਲ, உதடு, పెదవి, لب, ہونٹ,
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दारुचितिः
Meanings: 1;
Dictionaries: 1;
Tags: চিতা, ચિતા, चिता, ಚಿಂತೆ, چِتا, सरण, ചിത, ꯑꯆꯥꯛꯄ꯭ꯃꯩꯔꯤ, ଚିତା, ਚਿਤਾ, சிதை, చితి, چتا,
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प्रतिदह्
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Tags:
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परिदह्
Meanings: 2;
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Tags: paridah,
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अनग्न
Meanings: 4;
Dictionaries: 4;
Tags: लंथं खालामि, અનગ્ન, ಬೋಳಾಗು, ؤلِتھ, پَلو لٲگِتھ, अनग्न, നഗനമല്ലാത്ത, ଅନଗ୍ନ, ਅਨਗਨ, ஒன்றுமில்லாமல், నగ్నంగా లేని, غیربرہنہ लंथं खालामि, અનગ્ન, अनग्न, ಬೋಳಾಗು, ؤلِتھ, پَلو لٲگِتھ, നഗനമല്ലാത്ത, ଅନଗ୍ନ, ਅਨਗਨ, ஒன்றுமில்லாமல், నగ్నంగా లేని, غیربرہنہ लंथं खालामि, અનગ્ન, अनग्न, ಬೋಳಾಗು, ؤلِتھ, پَلو لٲگِتھ, നഗനമല്ലാത്ത, ଅନଗ୍ନ, ਅਨਗਨ, ஒன்றுமில்லாமல், నగ్నంగా లేని, غیربرہنہ
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परिष्वङ्ग
Meanings: 8;
Dictionaries: 3;
Tags: pariṣvaṅgḥ,
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प्रतिकृतिः
Meanings: 4;
Dictionaries: 1;
Tags: নকল, نَقَل , کاپی , تارُن, नकल, പകര്ത്തി എഴുത്ത്, नक्कल পুত্তলিকা, पुतला, ಪ್ರತಿಮೆ, پۄتُل, बावलें, पुतळा, ꯑꯁꯥꯕ꯭ꯁꯛꯇꯝ, ପୁତ୍ତଳିକା, உருவபொம்மை, బొమ్మ, پتلا, مورتی, بت بڑی گڑیا প্রতিকৃতি, नकल, નકલ, अनुकृति, ಪ್ರತಿಕೃತಿ, نقٕل , شبیہ, അനുകരണം, प्रतिकृती, ꯃꯇꯧ꯭ꯇꯝꯕ, ପ୍ରତିରୂପ, ਨਕਲ, నకలు, نقل, چربہ
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प्रदह्
Meanings: 7;
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Tags: pradah,
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लतिका
Meanings: 9;
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Tags: latikā, લતિકા, लतिका, ଲତିକା, چھوٹی بیل લતિકા, ଲତିକା, लतिका, چھوٹی بیل
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विदह्
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Tags:
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संदह्
Meanings: 2;
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Tags: sandah,
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अभ्युष
Meanings: 9;
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Tags: abhyuṣḥ,
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burn
Meanings: 23;
Dictionaries: 8;
Tags: পোৰণি উঠা, পোৰা, দাগ লগোৱা, চিন লগোৱা, অঁ্কা, आलौ, हाव हाव मोन, सावफ्राम, सावफ्रामना ला, सान्दुं खाम, अर नां, अर खाम, ચચરવું, તમતમવું, परपराना, अगियाना, अगिआना, दागना, दाग़ना, आँकना, आंकना, चिलचिलाना, आग लगना, ہوٗ ہوٗ کَرُن, دَزُن, نار نیٛرُن, زالُن, نشانہٕ تراوُن, نار لَگُن, हुलपप, भाजप, लासप, भगभगप, मिचमिचप, हुलपप, भगभगप, दागोवप, खतेवप, लासोवप, रखरखप, टळटळप, मारप, उजो लागप, जळप, आग लागप, null, पोल्नु, पिरा हुनु, पोल्नु, जल्नु, तात्नु, ପୋଡିବା, ଜଳିବା, ଜଳିବା, ସେକକରିବା, ଚେଙ୍ଗିବା|, ଟାଇଁଟାଇଁ ଖରା ମାରିବା, ଟାଣଖରା ହେବା, ନିଆ ଲାଗିବା, ନିଆଁ ଜଳିବା, ଅଗ୍ନିକାଣ୍ଡ ହେବା, ਜਲਣਾ, ਮਚਣਾ, ਗਰਮ ਹੋਣਾ, ਦਾਗਣਾ, ਅੱਗ ਲੱਗਣਾ, क्षि, మండుట, మండు, కాలు, కాల్చు, వాతపెట్టు, آگ_لگنا জ্বলন, দহন, खामनायाव आलौनाय, खामनायजों आलौनाय, দাহ, জ্বলন, তাপ, দাহ, दाह, जलन, ताप, दाह, दाप, आग, आदहन, پُھہُن, دَزَن دَگ, जाळ, हुलप, भगभग, मिचमीच, उजो, दाह, दाह, आग, आगआग, जळजळ, पोलाइ, ଜ୍ବଳନ, ପୋଡା, ଦାହ, ତାପ, ਜਲਣ ਜਲਨ, ਦਾਹ, ਮੱਚਣ, ਸੜਨ, दाहः, दहनम्, प्लोषः, तापः, ज्वलनम्, మండు, కాలు, చురక, جلن, سوزش, گرمی, حدت
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धनुर्वेदसंहिता - अथ वर्ज्जितधनुः
धनुर्वेदसंहिता
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अध्याय २०३ - नरकस्वरूपम्
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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॥ अथोदरनिदानप्रारम्भ: ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
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चाणक्यनीतिदर्पणाः - तृतीयोऽध्यायः
आर्य चाणक्यने आपल्या नीतिशास्त्र या ग्रंथात आदर्श जीवन मूल्ये सविस्तर सांगितली आहेत.
Nitishastra is a treatise on the ideal way of life, and shows Chanakya's in depth study of the Indian way of life.
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चाणक्यनीतिदर्पणः - तृतीयोध्यायः
चाणक्यनीतिदर्पणः
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glow
Meanings: 18;
Dictionaries: 7;
Tags: চিকমিকাই থকা, জকমকাই থকা, जोंखांनाय, जोंखोल-माखोल, ચમકવું, જગમગાવું, ચળકવું, ઝળકવું, દમકવું, चमकना, जगमगाना, झलझलाना, दमकना, जगजगाना, झलकना, زٕژٕ وۄتھنہِ, چَمَک وۄتھٕنۍ, चकचकप, लिकलीकप, तिकतीकप, परजळप, लखलखप, വെട്ടിതിളങ്ങുക., ଚମକିବା, ଝଲମଲ କରିବା, ଦମକିବା, ਚਮਕਣਾ, ਲਿਸ਼ਕਣਾ, ਦਮਕਣਾ, ਜਗਮਗਾਉਣਾ, प्रकाश्, द्युत्, विद्युत्, दीप्, भा, विभा, भास्, राज्, लस्, विलस्, विभास्, शुभ्, विदीप्, भ्राज्, भ्राश्, भ्लाश्, विभ्राज्, अभिविराज्, प्रतप्, चकास्, विशुभ्, व्यतिभा, शुच्, ప్రకాశించుట, మెరియుట, چمکنا, دمکنا, جگمگانا
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ब्रह्मपुराणम् - अध्यायः २१५
ब्रह्मपुराणास आदिपुराण म्हणतात. यात सृष्टीची उत्पती, पृथुचे पावन चरित्र, सूर्य आणि चन्द्रवंशाचे वर्णन, श्रीकृष्ण-चरित्र, कल्पान्तजीवी मार्कण्डेय मुनि चरित्र, तीर्थांचे माहात्म्य अशा अनेक भक्तिपुरक आख्यानांची सुन्दर चर्चा केलेली आहे.
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शिवगीता - अष्टमोध्यायः
गीता म्हणजे प्राचीन ऋषी मुनींनी रचलेली विश्व कल्याणकारी मार्गदर्शक तत्त्वे.
Gita has the essence of Hinduism, Hindu philosophy and a guide to peaceful life and ever lasting world peace.
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तृतीयः भागः - उदराधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
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उत्तरखण्डः - अध्यायः २३
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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तृतीयोऽध्यायः - श्लोक ४१ ते ७०
देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
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पूर्वार्धम् - अध्यायः १३
वायुपुराणात खगोल, भूगोल, सृष्टिक्रम, युग, तीर्थ, पितर, श्राद्ध, राजवंश, ऋषिवंश, वेद शाखा, संगीत शास्त्र, शिवभक्ति, इत्यादिचे सविस्तर निरूपण आहे.
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मार्कण्डेयपुराणम् - सप्तविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः
मार्कण्डेय पुराणात नऊ हजार श्लोकांचा संग्रह आहे.
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आचारकाण्डः - अध्यायः ८८
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
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श्री महालक्ष्मी कवचम् - महालक्ष्याः प्रवक्ष्यामि ...
रोज कवच स्तोत्राचे पठण केल्याने जीवन सुरक्षित बनते.
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सुबालोपनिषत् - नवमः खण्डः
उपनिषद् हिन्दू धर्माचे महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्मग्रन्थ आहेत. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
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नलोपाख्यानम् - त्रयोविंशतितमोsध्याय:
` नलोपाख्यन ` ही नल आणि दमयंती यांची महाभारतातील एक सुरेख प्रेमकथा आहे.
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वैराग्यप्रकरणम् - सर्गः ३१
योगवासिष्ठः
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मुमुक्षुवैराग्यप्रकरणम् - सर्ग एकतिसावा
‘ योगवासिष्ठ ’ एक प्राचीन ग्रंथ. Yoga Vasistha is famous as one of the historically popular and influential texts of Hinduism.
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श्री महालक्ष्मी कवचम् - महालक्ष्याः प्रवक्ष्यामि ...
‘कवच‘ स्तोत्राचे पठण केल्याने देवी/देवता अदृष्य रूपात उपासकांना सुरक्षात्मक कवच प्रदान करतात.
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catch
Meanings: 25;
Dictionaries: 5;
Tags: ধৰা, ধৰা, মোহিত কৰা, মোহা, हम, हम, हम, मोनहै, मोनहैस्लाब, नाय, मुहिहो, मुहिनांहो, गोसो बो, गोसोबो, ধরা, আকৃষ্ট করা, মুগ্ধ করা, મોહવું, મોહીત કરવું, રિઝાવવું, લોભાવવું, લલચાવવું, पकड़ना, धर दबोचना, पकड़ना, देखना, मोहना, मोहित करना, रिझाना, लुभाना, मोह लेना, رَٹُن, رُکاوُن, ؤژھ کَرٕنۍ, رَٹُن, رٹُن, وٕچُھنٕ, مٲیِل کَرُن, رٲغِب کَرُن, کٔشِش کَرٕنۍ, धरप, धरप, धरप, मेळोवप, पळोवप, भुलोवप, भाळोवप, भूल घालप, പിടിക്കുക, पकडणे, धरणे, पकडणे, मोहून टाकणे, मोहित करणे, समाउनु, पकड्नु, समात्नु, पकडनु, मोहित पार्नु, रिझाउनु, लोभ्याउनु, ଧରିବା, ଧରି ପକାଇବା, ଗିରଫ କରିବା, ଧରିବା, ଦେଖିବା, ଦର୍ଶନ କରିବା, ମୋହିତ କରିବା, ମୋହେଇବା, ସମ୍ମୋହନ କରିବା|, ਫੜਨਾ, ਫੜਣਾ, ਪਕੜਣਾ, ਦਬੋਚਣਾ, ਫੜਨਾ, ਪਕੜਨਾ, ਵੇਖਣ, ਦੇਖਣ, ਮੋਹਣਾ, ਮੋਹਿਤ ਕਰਨਾ, ਲੁਭਾਉਣਾ, ਮੋਹ ਲੈਣਾ, प्रति बन्ध्, परिग्रह्, मोहय, विलोभय, అడ్డుకొను, పట్టుకొను, పట్టుకొనుట, ఆకట్టుకొను, త్రిప్పుకొను, మరల్చుకొను, پکڑنا, ٹوکنا, دھر دبوچنا, گرفتار کرنا, پکڑنا, دیکھنا, گرویدہ کرنا, مسحورکرنا, مغلوب کرنا, فریفتہ کرنا, توجہ مبذول کرانا, رجھانا, لبھانا, موہنا, موہت کرنا বন্দী, কয়দ, हमनाय, खानाय, ધરપકડ, ગિરફતારી, એરેસ્ટ, धर पकड़, धर-पकड़, ژھانٛڈو, ژھانٛڈُن, رَٹُن, تلاش, धर-पकड, धरपकड, തപ്പി_പിടിക്കുക., ଧରପଗଡକରିବା, ଧରିବା, ਪਕੜਨਾ, ਪਕੜਣਾ, ਫੜਨਾ, परासेधः, बन्धः, आसेधः, प्रग्रहणम्, बन्धनम्, అరస్టుచేయడం, گرفتاری, دھر پکڑ, پکڑ
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प्रेतकाण्डः - अध्यायः २६
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
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अपदेशप्रवाहवीचयः - सुभाषित १६८१ - १७००
सुभाषित म्हणजे आदर्श वचन. सुभाषित गद्य किंवा पद्यात असतात. Subhashita means good speech.
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आचारकाण्डः - अध्यायः १५८
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
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शान्तिस्तवः - त्यागराजविरचितः॥स्वानन्दम...
देवी आदिशक्ती माया आहे. तिची अनेक रूपे आहेत. जसे ती जगत्कल्याणकारी तसेच दुष्टांचा संहार करणारीही आहे.
The concept of Supreme mother Goddess is very old in India. The divine mother has been worshipped as ' Shakti' since vedic times.
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प्रेतकाण्डः - अध्यायः १८
विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे.
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आत्मोपनिषत्
आपल्या प्राचीन वाङ्मयामध्ये उपनिषदांना फार महत्त्वाचे, म्हणजे प्रस्थानत्रयी मधील एक, असे स्थान आहे. Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas. Being the conclusive part of Vedas, Upanishad can be called the whole substance of Vedic wisdom.
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वैराग्यप्रकरणम् - सर्गः २३
योगवासिष्ठः
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उत्पत्तिप्रकरणं - सर्गः ५३
योगवासिष्ठः
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तोरणभङ्गादिशान्तिको नाम षट्चत्वारिंशोऽध्यायः
समराङ्गणसूत्रधार भारतीय वास्तुशास्त्र से सम्बन्धित ज्ञानकोशीय ग्रन्थ है जिसकी रचना धार के परमार राजा भोज (1000–1055 ई) ने की थी।
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उपशमप्रकरणम् - सर्गः ६७
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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मत्स्यपुराणम् - अध्यायः २१९
मत्स्य पुराणात सात कल्पांचे वर्णन असून हे पुराण नृसिंह वर्णनापासून सुरू होते.
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खण्डः २ - अध्यायः ०२७
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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मुमुक्षुवैराग्यप्रकरणम् - सर्ग विसावा
‘ योगवासिष्ठ ’ एक प्राचीन ग्रंथ. Yoga Vasistha is famous as one of the historically popular and influential texts of Hinduism.
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कात्यायनस्मृतिः - विधिः
स्मृतिग्रंथ म्हणजे धर्मशास्त्रावरील एक आवश्यक वचनांचा भाग.
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आत्मोपनिषत्
जन्ममरणाचे निवारण करून ब्रह्मपदाला पोचविणारी विद्या म्हणजे उपनिषद्.
Upanishad are highly philosophical and metaphysical part of Vedas.
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