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जामेय
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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स्वापतेयम्
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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पाथेयम्
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
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स्वापतेय
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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आशोकेय
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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आहेय
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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क्षैरेय
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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पारस्त्रैणेय
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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आतिथेय
Meanings: 14; in Dictionaries: 5
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औपधेय
Meanings: 6; in Dictionaries: 3
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कौशे
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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वासतेय
Meanings: 8; in Dictionaries: 3
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पाथेय
Meanings: 9; in Dictionaries: 6
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षाण्मासिक
Meanings: 8; in Dictionaries: 4
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ग्रैव
Meanings: 11; in Dictionaries: 3
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अध्याय ५ - भाग १
महर्षि पाणिनी द्वारा रचित अष्टाध्यायी हा संस्कृत व्याकरणावरील एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ आहे, जो ई.पू. ५००व्या शतकात रचला गेला.
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अध्याय ४ - भाग ३
महर्षि पाणिनी द्वारा रचित अष्टाध्यायी हा संस्कृत व्याकरणावरील एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ आहे, जो ई.पू. ५००व्या शतकात रचला गेला.
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स्वाभाविक
Meanings: 23; in Dictionaries: 10
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अध्याय ४ - भाग २
महर्षि पाणिनी द्वारा रचित अष्टाध्यायी हा संस्कृत व्याकरणावरील एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ आहे, जो ई.पू. ५००व्या शतकात रचला गेला.
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अध्याय ४ - भाग १
महर्षि पाणिनी द्वारा रचित अष्टाध्यायी हा संस्कृत व्याकरणावरील एक अत्यंत प्राचीन ग्रंथ आहे, जो ई.पू. ५००व्या शतकात रचला गेला.
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पाद १ - खण्ड ५२
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
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पाद ३ - खण्ड ४९
व्याकरणमहाभाष्य म्हणजे पाणिनि लिखीत अष्टाध्यायीतील काही निवडक सूत्रांवर पतञ्जलिने केलेले भाष्य. या ग्रंथाची रचना ई.पू २०० ते ई.पू १४० मध्ये केली गेली, असे मत व्याकरण पंडितांचे आहे.
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