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कान्तलोहम्
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शक्तिवैकल्यम्
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
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अवक्षि
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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चांगली वाचाशक्ति, देहाच्या खोडी झांकिती
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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प्रक्षि
Meanings: 5; in Dictionaries: 2
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dwindle
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moulder
Meanings: 6; in Dictionaries: 5
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deaden
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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bate
Meanings: 4; in Dictionaries: 2
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उपक्षि
Meanings: 5; in Dictionaries: 2
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quail
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
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परिक्षि
Meanings: 7; in Dictionaries: 2
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संक्षि
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः ४
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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प्रथमः पादः - सूत्र १५
ब्रह्मसूत्र वरील हा टीका ग्रंथ आहे. ब्रह्मसूत्र ग्रंथात एकंदर चार अध्याय आहेत.
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प्रथमः पादः - सूत्र १३
ब्रह्मसूत्र वरील हा टीका ग्रंथ आहे. ब्रह्मसूत्र ग्रंथात एकंदर चार अध्याय आहेत.
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विष्णोर्नाम गीता - भजन ४४
आरंभी सूत्रें अनष्टुप श्लोकाचें चरणरूप असून स्तुतिपर आहेत.
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lessen
Meanings: 12; in Dictionaries: 7
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wane
Meanings: 11; in Dictionaries: 4
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सर्वनाशे समुत्पन्ने अर्ध त्यजति पंडितः|
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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विष्णुधर्माः - अध्याय ४२
विष्णुधर्माः
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famish
Meanings: 7; in Dictionaries: 3
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dilapidate
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
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diminish
Meanings: 21; in Dictionaries: 9
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ebb
Meanings: 10; in Dictionaries: 6
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deteriorate
Meanings: 13; in Dictionaries: 6
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मण्डल २ - सूक्तं ९
ऋग्वेद फार प्राचीन वेद आहे. यात १० मंडल आणि १०५५२ मंत्र आहेत. ऋग्वेद म्हणजे ऋषींनी देवतांची केलेली प्रार्थना आणि स्तुति.
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rot
Meanings: 21; in Dictionaries: 9
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अष्टमोऽध्यायः - श्लोक २१ ते ३२
देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है ।
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evaporate
Meanings: 12; in Dictionaries: 6
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flag
Meanings: 16; in Dictionaries: 5
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abate
Meanings: 19; in Dictionaries: 6
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canker
Meanings: 15; in Dictionaries: 6
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droop
Meanings: 7; in Dictionaries: 4
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emaciate
Meanings: 10; in Dictionaries: 3
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क्षि
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उपशमप्रकरणम् - सर्गः ६६
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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अनिरुद्धसंहिता - चतुर्थोऽध्यायः
अनिरुद्धसंहिता
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ruin
Meanings: 16; in Dictionaries: 4
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fret
Meanings: 18; in Dictionaries: 6
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fade
Meanings: 13; in Dictionaries: 5
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dog
Meanings: 10; in Dictionaries: 5
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः ९१
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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वैराग्यशतकम् - विषयपरित्यागविडंबनाः
'वैराग्यशतकम्’ काव्यात कवी भर्तृहरिने आयुष्यातील वैराग्य जीवनाचे वर्णन केले आहे.
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चाणक्यनीतिदर्पणः - षोडशोऽध्यायः
चाणक्यनीतिदर्पणः
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पूर्वभागः - अध्यायः ५६
अठरा पुराणांमध्ये भगवान् शंकराची महान महिमा लिंगपुराणात वर्णिलेली आहे. यात ११००० श्लोक आहेत. प्रथम योग आणि नंतर कल्प असे विवेचन गुरू वेदव्यास यांनी या पुराणात सांगितले आहे. हा शिव पुराणाच पूरक ग्रंथ आहे.
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः ३२
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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उत्तरखण्डः - अध्यायः १०७
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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एकनाथी भागवत - श्लोक ३८ वा
नाथमहाराजांचा हा प्रासादिक ग्रंथ परमपूज्य असल्याने यावर भक्तजनांची आदरबुद्धी आहे.
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चतुर्थं ब्राम्हणम् - भाष्यं ३५
सदर ग्रंथाचे लेखक विष्णुशास्त्री वामन बापट (जन्म: पाऊनवल्ली-राजापूर तालुका, रत्नागिरी जिल्हा, मे २२, इ.स. १८७१; मृत्यू : डिसेंबर २०, इ.स. १९३२) हे महाराष्ट्रातील एक शांकरमतानुयायी अद्वैती, प्राचीन संस्कृत वाङ्मयाचे भाषांतरकार आणि भाष्यकार होते.
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