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silk
Meanings: 11;
Dictionaries: 6;
Tags: পাট-কাপোৰ, পাট কাপোৰ, रेशम जि, रेशमि सि, রেশমগুটি৷, રેશમી વસ્ત્ર, પિતામ્બર, અંશુક, પાટંબર, રેશમી ધાગો, પાટ, रेशमी वस्त्र, कौषेय, अंशुक, पाटंबर, पाटम्बर, रेशमी धागा, रेशमी तागा, पाट, ریٖشمی پَلَو, ریٖشِم پَن, پٲٹۍ پَن, रेशमी वस्त्र, रेशमी कपडे, रेशमी धागो, रेशमी कपडे, रेशमी वस्त्र, पाटसूत्र, कडदोरा, रेश्मी वस्त्र, रेश्मी लुगा, ରେଶମୀ ବସ୍ତ୍ର, କୌଷେୟ, ପାଟ, ਰੇਸ਼ਮੀ ਕੱਪੜੇ.ਰੇਸ਼ਮੀ ਬਸਤਰ, ਰੇਸ਼ਮੀ ਲਿਬਾਸ, ਰੇਸ਼ਮੀ ਪਾਟੰਬਰ, कोमलम्, कौशिकम्, कौशेयकम्, बादरम्, वार्दरम्, कीटजम्, काशिः, పట్టు వస్త్రాలు, పట్టు బట్టలు, పట్టు దుస్తులు, పట్టుగుడ్డలు, ریشمی کپڑا, حریر, ریشمی دھاگہ, پاٹ, ریشمی تاگا
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वर्तक
Meanings: 20;
Dictionaries: 5;
Tags: vartaka,
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Tags: N/A
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अर्थशास्त्रम् अध्याय ०९ - भाग १
अर्थशास्त्र या ग्रंथात राज्यव्यवस्था, कृषि, न्याय आणि राजनीति वगैरे विभिन्न विषयांवर विचार केला गेला आहे.
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बालकाण्डम् - काव्य २०१ ते २५०
महाराष्ट्रकविवर्य श्रीमयूरविरचिते ग्रन्थ ‘ संस्कृतकाव्यानि ’
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वैराग्यप्रकरणम् - सर्गः ६
योगवासिष्ठः
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सुप्रभेदागमः - मूर्धेऽष्टकाविधि पटलः
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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द्वितीयाष्टक - चतुर्थोsध्याय:
श्रीमत्परमहंस वासुदेवानंदसरस्वतीस्वामीकृत " श्रीदत्तपुराणम् "
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अथ क्रियापादः - मूर्धेऽष्टकाविधि पटलः
सुप्रभेदागमः म्हणजे शिल्पशास्त्र ह्या विषयावरील महत्वपूर्ण ग्रंथ.
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मुमुक्षुवैराग्यप्रकरणम् - सर्ग सहावा
‘ योगवासिष्ठ ’ एक प्राचीन ग्रंथ. Yoga Vasistha is famous as one of the historically popular and influential texts of Hinduism.
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उत्तरार्धम् - अध्यायः ५०
वायुपुराणात खगोल, भूगोल, सृष्टिक्रम, युग, तीर्थ, पितर, श्राद्ध, राजवंश, ऋषिवंश, वेद शाखा, संगीत शास्त्र, शिवभक्ति, इत्यादिचे सविस्तर निरूपण आहे.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ३९१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः १९१
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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विष्णुधर्माः - अध्याय ७०
विष्णुधर्माः
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ५५०
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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अनिरुद्धसंहिता - विंशोऽध्यायः
अनिरुद्धसंहिता
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ग्रह
Meanings: 164;
Dictionaries: 13;
Tags: grahḥ, গ্রহ, ग्रह, ગ્રહ, ಗ್ರಹ, سیارٕ, गिरो, നക്ഷത്രത്തെ ചുറ്റുന്ന പ്രകാശമില്ലാത ഗോളം, ꯒꯔ꯭ꯍ, ଗ୍ରହ, ਗ੍ਰਹਿ, ग्रहः, கிரகம், గ్రహం, سیارہ, جرم فلکی, اجرام فلکی গ্রহ, ग्रह, ગ્રહ, ಗ್ರಹ, سیارٕ, गिरो, നക്ഷത്രത്തെ ചുറ്റുന്ന പ്രകാശമില്ലാത ഗോളം, ꯒꯔ꯭ꯍ, ଗ୍ରହ, ਗ੍ਰਹਿ, ग्रहः, கிரகம், గ్రహం, سیارہ, جرم فلکی, اجرام فلکی গ্রহ, ग्रह, ગ્રહ, ಗ್ರಹ, سیارٕ, गिरो, നക്ഷത്രത്തെ ചുറ്റുന്ന പ്രകാശമില്ലാത ഗോളം, ꯒꯔ꯭ꯍ, ଗ୍ରହ, ਗ੍ਰਹਿ, ग्रहः, கிரகம், గ్రహం, سیارہ, جرم فلکی, اجرام فلکی গ্রহ, ગ્રહ, ग्रह, ಗ್ರಹ, سیارٕ, गिरो, നക്ഷത്രത്തെ ചുറ്റുന്ന പ്രകാശമില്ലാത ഗോളം, ꯒꯔ꯭ꯍ, ଗ୍ରହ, ਗ੍ਰਹਿ, ग्रहः, கிரகம், గ్రహం, سیارہ, جرم فلکی, اجرام فلکی
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अंशुमत्काश्यपागमः - परिवारविधिपटलः
वास्तुशास्त्रावरील एक असामान्य ग्रंथ..
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कौशिक
Meanings: 104;
Dictionaries: 7;
Tags: kauśika,
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पातालखण्डः - अध्यायः ११७
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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मयमतम् - अथ पञ्चविंशोऽध्यायः
The Mayamatam is a vastusastra. Mayamatam gives indications for the selections of a proper orientation, right dimensions, and appropriate materials.
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द्वितीयः भागः - वातरक्ताधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
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उत्तरखण्डः - अध्यायः २४२
भगवान् नारायणाच्या नाभि-कमलातून, सृष्टि-रचयिता ब्रह्मदेवाने उत्पन्न झाल्यावर सृष्टि-रचना संबंधी ज्ञानाचा विस्तार केला, म्हणून ह्या पुराणास पद्म पुराण म्हणतात.
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मानसारम् - मण्डपविधानम्
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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