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अखंडादि काव्यरचना - विभाग ४
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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महात्मा फुले - अखंडादि काव्यरचना
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - म्हस्के यांस पत्न
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - उद्योग
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - नीति
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - आत्मपरीक्षण
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - गणपती
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - कुळंबीण
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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अखंडादि काव्यरचना - विभाग १
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - मानवांचा धर्म एक
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - आदिसत्याच्या आरत्या
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - विठोजी भुजबळ यांस....
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - संस्थान बडोदें यांना पत्न
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - मानव महंमद
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - धीर
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - उत्तर
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - ब्राह्मणांचा भोंदूपणा
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - जगन्नाथ यांना पत्न
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - भटाची वाणी
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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अखंडादि काव्यरचना - विभाग ३
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - स्वच्छता
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - सहिष्णुता
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - सत्यपाठ
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - स्वामी बंधू
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - आर्यभट ब्राह्यणांचे कसब
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - मानवी स्त्रीपुरुष
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - इंग्लिश राज्य
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - समाधान
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - गृहकार्यदक्षता
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - ढोंगी गुरु
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - फंड
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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अखंडादि काव्यरचना - विभाग २
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - सद्विवेक
आनंदाने प्रपंच करा पण श्रीरामाला विसरू नका, अशी शिकवण श्रीब्रह्मचैतन्य महाराजांनी जगाला दिली.
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काव्यरचना - जगन्नाथ यांना पत्न
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - बळी राजा
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली.
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काव्यरचना - दस्यूचा पोवाडा
महात्मा फुल्यांनी हे काव्य व्यक्तिमात्रास अनुलक्षुन लिहिले नसून फक्त उपमापर लिहून दिलगिरी व्यक्त केली. हा पोवाडा जरी असेल तरी महात्मा फुल्यांनी याचा उल्लेख पोवाडा म्हणून करीत, सबब हा पोवाडा त्यांच्या काव्यसंग्रहात समाविष्ट करण्यात आला आहे.
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गोकुलाष्टकम्
Meanings: 1;
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versification
Meanings: 3;
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कथा बांधणें
Meanings: 2;
Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.06211083 | Lang: NA
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poesy
Meanings: 2;
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poet
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अरूपक
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मुक्तछंद
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Type: WORD | Rank: 0.03105541 | Lang: NA
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अंताक्षरी
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षट्पदी
Meanings: 10;
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poetry
Meanings: 18;
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आलंकारिक
Meanings: 10;
Dictionaries: 6
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अनुभूतिलेश - प्रारंभ
वामन नरहरी शेष उर्फ वामन पंडित (इ.स.१६३६ ते १६९५) हे १७ व्या शतकात होऊन गेलेले प्रख्यात मराठी कवी होते
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composition
Meanings: 56;
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दत्तभक्त - दत्तनाथ उज्जयिनीकर
महान् व्यक्तिंची चरित्रे नेहमीच प्रेरणादायी असतात. दत्तात्रेयांच्या पौराणिक शिष्यांची वा भक्तांची ओळख येथे केलेली आहे. हे दत्तभक्त अवतारी पुरूष म्हणून ओळखले जातात.
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