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douceur
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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gratuity
Meanings: 13; in Dictionaries: 11
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donation
Meanings: 12; in Dictionaries: 9
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उपायनम्
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
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fee
Meanings: 15; in Dictionaries: 8
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bribe
Meanings: 13; in Dictionaries: 6
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offering
Meanings: 5; in Dictionaries: 3
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oblation
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compliment
Meanings: 12; in Dictionaries: 4
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gift
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prize
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offer
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विश्वजितखण्डः - अध्यायः २२
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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विश्वजितखण्डः - अध्यायः १८
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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निर्वाणप्रकरणं - सर्गः १४७
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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present
Meanings: 60; in Dictionaries: 9
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विश्वजितखण्डः - अध्यायः १९
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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grant
Meanings: 80; in Dictionaries: 15
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खण्डः २ - अध्यायः ०२५
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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प्रायश्चित्तमयूख - प्रायश्चित्त १०२ वे
विधिविहित नित्यकर्म (संध्यादि) न केल्यामुळे, पाप केल्याने व सुरा इत्यादि निषिद्ध पदार्थांचे सेवन केल्यानें त्याच्या शुद्धिसाठी जें कर्म सांगण्यात येतें तें प्रायश्चित्त होय.
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आश्विनमास: - सरस्वतीस्थापनपूजाविधि:
सर्व जगतात हिंदू धर्माची व्याख्या होते ती, धर्मातील उपासना आणि उत्सवप्रियतेमुळे, आणि यांना जोड असते व्रत-वैकल्याची आणि धार्मिक पूजेची.
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विश्वजितखण्डः - अध्यायः २८
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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give
Meanings: 36; in Dictionaries: 5
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नवसाहसाङ्कचरितम् - त्रितीयः सर्गः
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच. शृङ्गारतिलक काव्याचे कवी आहेत,रुद्रभट्ट.
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द्वारकाखण्डः - अध्यायः २२
गर्ग संहिता ही गर्ग मुनिंची रचना आहे. ह्या संहितेत श्रीकृष्ण आणि राधाच्या माधुर्य-भाव असलेल्या लीलांचे वर्णन आहे.
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श्री सुब्रह्मण्य पूजाकल्पः - आदौ विघ्नेश्वर पूजां कृत्...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. A Stotra is a hymn of praise, that praise aspects of Devi and Devtas.
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श्रीगणेशसहस्त्रनाम - नामावली
विश्वातील सर्व कारणांचे कारण असणारा असा सर्वात्मा, वेदांनी ज्याची महती गायली आहे, सर्वप्रथम पूजनीय असणार्या अशा गणेशाला मी वंदन करितो.
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श्री नारदीयमहापुराणम् - त्रयोदशाधिकशततमोऽध्यायः
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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श्री नारदीयमहापुराणम् - सप्तदशोऽध्यायः
नारदपुराणात शिक्षण, कल्प, व्याकरण, छन्द शास्त्राचे आणि परमेश्वराच्या उपासनेचे विस्तृत वर्णन आहे.
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कृतयुगसन्तानः - अध्यायः ३०९
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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like
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सुहृद्-भेदः - कथा २
हितोपदेश भारतीय जन- मानस तथा परिवेश से प्रभावित उपदेशात्मक कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यंत सरल व सुग्राह्य हैं।
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महागणपति सहस्रनाम स्तोत्रम् - । मुनिरुवाच । कथं नाम्ना...
देवी देवतांची स्तुती करताना म्हणावयाच्या रचना म्हणजेच स्तोत्रे. स्तोत्रे स्तुतीपर असल्याने, त्यांना कोणतेही वैदिक नियम नाहीत. स्तोत्रांचे पठण केल्याने इच्छित फल प्राप्त होते. Stotras are invariably uttered aloud and consist of chanting verses conveying the glory and attributes of God.
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श्रीकृष्णस्तवनम्
महाराष्ट्रकविवर्य श्रीमयूरविरचिते ग्रन्थ ‘ संस्कृतकाव्यानि ’
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अथ राजाभिषेकप्रयोग: ॥
गागाभट्टकृत राजाभिषेकप्रयोग: ।
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प्रथम पाद - द्वादशीव्रतका वर्णन
` नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द- शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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