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इन्द्रजालम्
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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इन्द्रजालिकः
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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fascination
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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enchantment
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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jugglery
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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prestige
Meanings: 6; in Dictionaries: 5
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sleight
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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hallucination
Meanings: 13; in Dictionaries: 8
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conjuration
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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illusion
Meanings: 18; in Dictionaries: 11
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delusion
Meanings: 14; in Dictionaries: 9
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conjure
Meanings: 12; in Dictionaries: 4
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कुहक
Meanings: 20; in Dictionaries: 4
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अध्याय २३४ - षाड्गुण्यम्
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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तृप्तिदीपः - श्लोक २०१ ते २२०
'सार्थपंचदश्याम्' या ग्रंथात श्रीशंकराचार्यांनी मानवाच्या आयुष्यातील तत्वज्ञान सोप्या भाषेत विशद केले आहे.
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ध्यानदीपः - श्लोक १०१ ते १२०
'सार्थपंचदश्याम्' या ग्रंथात श्रीशंकराचार्यांनी मानवाच्या आयुष्यातील तत्वज्ञान सोप्या भाषेत विशद केले आहे.
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मायावी
Meanings: 13; in Dictionaries: 8
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स्थितिप्रकरणम् - सर्गः ४३
योगवाशिष्ठ महारामायण संस्कृत साहित्यामध्ये अद्वैत वेदान्त विषयावरील एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ आहे. ह्याचे रचयिता आहेत - वशिष्ठ
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नवसाहसाङ्कचरितम् - नवमः सर्गः
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच. शृङ्गारतिलक काव्याचे कवी आहेत,रुद्रभट्ट.
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मुमुक्षुव्यवहारप्रकरणम् - सर्गः ११
योगवासिष्ठः
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नवसाहसाङ्कचरितम् - दशमः सर्गः
संस्कृत भाषेतील काव्य, महाकाव्य म्हणजे साहित्य विश्वातील मैलाचा दगड होय, काय आनंद मिळतो त्याचा रसास्वाद घेताना, स्वर्गसुखच. शृङ्गारतिलक काव्याचे कवी आहेत,रुद्रभट्ट.
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स्वच्छन्दभैरवतन्त्र - एकादशः पटलः
स्वच्छन्दभैरवतन्त्र हे एक असे तंत्र आहे, ज्यापासून प्रत्यक्ष भैरव मदतीला उभे राहतात.
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रत्नावली - चतुर्थोङ्कः
‘ रत्नावली’ नाटकात हर्षाने प्राकृत भाषांपैकी शौरसेनीचा मुख्यत्वेंकरून उपयोग केला आहे.
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इन्द्र
Meanings: 167; in Dictionaries: 6
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