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कवि
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Tags: kavi, কবি, खन्थाइगिरि, કવિ, ಕವಿ, شٲعر, कवी, കവി, ꯀꯕꯤ, କବି, ਕਵੀ, கவி, కవి, شاعر, نظم گو
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गिरिधरकविकृत पदे
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अनेककविकृत पदें.
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पंडित नारायण व्यास बहाळिये
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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गिरिधर
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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मालो
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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महाराष्ट्र कविचरित्र
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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रमावल्लभदास
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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प्रार्थना - वासुदेवा दीनानाथा । कमललो...
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अनेककविकृत पदें.
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भानुदासांचे अभंग
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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आनंदतनय
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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कचेश्वर
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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गुरुदासकृत पद
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अनेककविकृत पदें.
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राजाराम प्रासादीकृत पदें
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अनेककविकृत पदें.
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निरंजनबुवा
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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मालो
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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अनंतकविसुतकृत पद
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अनेककविकृत पदें.
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विठ्ठल चित्रकवि
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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मुक्तेश्वरांची कविता
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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मुक्तेश्वरांची कविता
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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मानपुरीकृत पद
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अनेककविकृत पदें.
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दासोपंत ओंव्या
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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माझी कन्या
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कवी 'बी' हे कवींचे कवी आहेत. अनेक कवींना स्फूर्ति पुरविण्याइतके चैतन्य व तेज त्यांच्या कवितेत काठोकाठ भरलेले आहे.
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शुकानंदकृत पदें
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अनेककविकृत पदें.
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जनार्दन स्वामींच्या ओव्या
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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दासोपंत ओंव्या
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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आनंदतनय
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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महादाइसा ऊर्फ महदंबा
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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विठ्ठल चित्रकवि
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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श्रीनारायणबोवा जालवणकर
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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आनंदतनय
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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महिपतिकृत पदें
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अनेककविकृत पदें.
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मोरोपंतकृत - विराटपर्व
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मोरेश्वर रामजी पराडकर (१७२९–१७९४), हे महाराष्ट्रात मोरोपंत अथवा मयूर पंडित नावाने ओळखले जातात.
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निर्मळा
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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निर्मळा
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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भास्कर कवीश्वर
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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गाविलगड
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कवी 'बी' हे कवींचे कवी आहेत. अनेक कवींना स्फूर्ति पुरविण्याइतके चैतन्य व तेज त्यांच्या कवितेत काठोकाठ भरलेले आहे.
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विठ्ठल चित्रकवि
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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श्रीकृष्ण जगन्नाथभट्ट बांदकर
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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मुक्तेश्वरांची कविता
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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मुक्तेश्वरांची कविता
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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नागेश कवि
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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रामकविकृत पदें
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अनेककविकृत पदें.
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विसोबा खेचर
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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अनुकार
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कवी 'बी' हे कवींचे कवी आहेत. अनेक कवींना स्फूर्ति पुरविण्याइतके चैतन्य व तेज त्यांच्या कवितेत काठोकाठ भरलेले आहे.
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विठ्ठल चित्रकवि
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.
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दयाळनाथ
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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चाफा
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कवी 'बी' हे कवींचे कवी आहेत. अनेक कवींना स्फूर्ति पुरविण्याइतके चैतन्य व तेज त्यांच्या कवितेत काठोकाठ भरलेले आहे.
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शिवदासतनयकृत पद
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अनेककविकृत पदें.
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दिनकर गोसावी रामदासी
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महाराष्ट्र कविचरित्र - लेखक जगन्नाथ रघुनाथ आजगांवकर.
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मुक्तेश्वरांची कविता
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' अभंग ' म्हणजे संतकवींनी समाजजागृतीसाठी केलेल्या रसाळ रचना.