Dictionaries | References

गंगा

   
Script: Devanagari

गंगा     

See : गंगा दैमा

गंगा     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
See : गंगा नदी

गंगा     

गंगा n.  एक स्वर्गीय देवी । एक समय सब देवियॉं ब्रह्मदेव के पास गयी । उनके साथ गंगा तथा इक्ष्वाकुकुलोत्पन्न महाभिष भी गया । यकायक इनके वस्त्र वायु के कारण उड गये । सब लोगों ने सिर नीचे कर लिया । परंतु महाभिष निःशंक इनकी ओर देखता रहा । यह देख कर ब्रह्माजी ने शाप दिया “तुम मृत्युलोक में जन्म लोगे एवं गंगा तुम्हारी स्त्री होगी । वह तुम्हें अप्रियसे कृत्य करेगी । तुम्हें इसके कृत्यों के प्रति क्रोध उत्पन्न होगा । तब मुक्त हो कर तुम इस लोक में आओगे” । शाप सुन कर महाभिष ने प्रतीप के पेट में जन्म लेने का निश्चय किया । वसिष्ठ के शाप के कारण मृत्युलोक में आने वाले अष्टवसु इसे राह में मिले । उन्होंने इसके पेट में जन्म लेने का निश्चय किया । परंतु उन्होंने यह शर्त रखी कि, जो भी पुत्र जन्म लेगा, इसे यह जल में छोड देगी । परंतु इसने भी यह शर्त रखी कि, जिससे मैं विवाह करुँगी उसे पुत्रेच्छा अवश्य रहेगी, इसलिये कम से कम एक पुत्र जीवित रहना ही चाहिये । तब अष्टवसुओं ने मान्य किया कि, अपने वीर्य से एक पुत्र वे इसे देंगे । वह वीर्यवान् परंतु निपुत्रिक रहेगा । भगीरथ स्वर्ग से अपने पितरों के उद्धार के लिये गंगा नीचे लाया । जब यह समुद्र की ओर जा रही थी, तब राह में जुह्र ने इसे प्राशन कर लिया, तथा पुनः छोड दिया (भगीरथ एवं जह्रु देखिये)। एकबार प्रतीप ध्यानस्थ बैठा था । तब गंगा पानी से बाहर आई तथा उसकी दॉई गोद में आ कर बैठ गई । यह देख कर उसने इसकी इच्छा पूँछी । इसने अपना स्वीकार करने के लिये कहा । तब दॉंई गोद में बैठने के कारण, स्नुषारुप में इसका स्वीकार करना उसने कबूल किया । गंगा ने अपनी शर्त रखीकि, आपकी स्नुषा होने के बाद, मैं जो कुछ भी करुँगी, उसके बारेमें अपका पुत्र कुछ भी हस्तक्षेप न करें । जब तक यह शर्त मान्य की जायेगी, तब तक आपके पुत्र का सहवास मैं मान्य करुँगी, तथा उसे सुख दूँगी । उसे पुण्यवान् पुत्र होंगे तथा उन्हीं के साथ उसे स्वर्गप्राप्ति होगी । इस प्रकार तय कर के गंगा अन्तर्धान हो गई । कुछ दिनों के बाद महाभिष ने प्रतीप के घर शांतनु नाम से जन्म लिया । बडा होने पर, उसें अपने पिता से सारा समाचार मालूम हुआ । बाद में गंगा शांतनु पास गई, तब उसने इससे विवाह किया । इसके कुल आठ पुत्र हुए । उनमें से सात को इसने पानी में डुबा दिया । आठवें पुत्र को शंतनु नेडुबाणे नहीं दिया । गंगा का आठवॉं पुत्र हे भीष्म है । बाद में उसे ले कर यह स्वर्लोक गई । वहॉं इसने सब प्रकार की शिक्षा उसे दी । शांतनु जब मृगया के हेतु आया, तब इसने भीष्म को उसे सौंप दिया [म.आ.९१-९३] । गंगा जान्हवी [म.उ.१७९.३] ;[भी.११५.५२] । तथा भागीरथी [म.अनु.१३९.७] ; आश्व. २.७ नामों से प्रसिद्ध है । भीष्म शांतनु को गंगाधार में पिंड दे रहा था । गंगा ने उसकी सहायता की [म.अनु.८४] । परशुराम से युद्ध करते समय, भीष्म के सारथी की मृत्यु हो गई । तब स्वयं घोडों को सम्हाल कर इसने भीष्म की रक्षा की [म.उ.१८३.१५-१६] । भीष्म ने अंबा का स्वीकार न करने के कारण, उसने तप कर के भीष्म वध के लिये पुरुषजन्म मॉंग लिया । एक बार नित्यक्रमानुसार, अंबा गंगास्नान करने गई थी, तब गंगा वहॉं आई । उसने इसे शाप दिया ‘तुम टेढी मेढी नदी बन कर केवल बरसात में ही बहोगी । अन्य दिनों में सूख जाओगी । बरसात में तुमारे पात्र में उतार भी नहीं मिलेगा’ [म.उ. १८७.३४-३५] । भीष्मवध के बाद इसके दुख का निरसन श्रीकृष्ण ने किया [म.अनु.२७४.२७ कुं.] । गंगा ने एकबार प्राचीमाधव नामक विष्णु से पूछा कि, ‘मुझमें पापी स्नान करते है । इन पापों से मेरी मुक्ति कैसी होगी?’ विष्णु ने इसे रोज पूर्ववाहिनी सरस्वती में स्नान करने के लिये कहा । परंतु गंगा को यह तापदायक प्रतीत हुआ । तब उसने इसे त्रिस्पृशा का व्रत करने के लिये कहा । उससे यह पापमुक्त हुई । एकादशी, द्वादशी तथा त्रयोदशी जिस एक तिथि को स्पर्श करते हैं, उस तिथि को त्रिस्पृशा कहते है । इस दिन सुवर्ण की विष्णुमूर्ति की पूजा की जाती है [पद्म. उ. ३४]

गंगा     

कोंकणी (Konkani) WN | Konkani  Konkani
noun  जिका धर्म ग्रथांनी मोक्षदिणी म्हणल्या अशी भारतांतली एक मुखेल न्हंय   Ex. धर्मग्रंथा प्रमाणें राजा भागिरथान गंगा न्हंय सर्गार सावन धरतरेचेर हाडली
HOLO MEMBER COLLECTION:
त्रिवेणी पंचगंगा
ONTOLOGY:
प्राकृतिक वस्तु (Natural Object)वस्तु (Object)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
भागिरथी गायत्री
Wordnet:
asmগংগা নদী
bdगंगा दैमा
benগঙ্গা
gujગંગા નદી
hinगंगा नदी
kanಗಂಗಾ
kasگَنٛگا دٔریاو
malഗംഗ
marगंगा
mniꯒꯪꯒꯥ
oriଗଙ୍ଗା ନଦୀ
panਗੰਗਾ ਨਦੀ
sanगङ्गा
tamகங்கைநதி
telగంగా నద
urdگنگا , گنگا ندی , بھاگیرتھی

गंगा     

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English
The river Ganges or the personification of it as a goddess. 2 The river Godá or Godávarí. 3 A sacred stream gen. Pr. वाहती गंगा आणि चालता धर्म. 4 Water from a sacred stream or consecrated water, for sacred uses and purposes. गंगेंतलें पाणी गंगेंत सोडणें A phrase used humbly by a person in repaying kind offices. गंगेस घोडे नाहणें To accomplish a mighty undertaking or achieve some great feat. वाहते गंगेंत हात धुणें To take a part in, and thus seize a share of the merit of, some पुण्यकर्म that another is carrying on. वाहिली ती गंगा राहिलें तें तीर्थ Used of profuse and generous largesses or expenditure. Because both the money spent and the money saved will profit.

गंगा     

Aryabhushan School Dictionary | Marathi  English
 f  The river Ganges. Consecrated water.
गंगेत घोडे नाहणें   Accomplish a mighty undertaking.

गंगा     

मराठी (Marathi) WN | Marathi  Marathi
noun  उत्तरप्रदेशाच्या कुमाऊ भागात टेहरी गढवाल जिल्ह्यातील गंगोत्री या क्षेत्रात उगम पावलेली एक नदी जिला धर्मग्रंथांमध्ये मोक्षदायिनी म्हटले गेले आहे   Ex. भगीरथाने गंगेला पृथ्वीवर आणले असे म्हणतात.
HOLO MEMBER COLLECTION:
त्रिवेणी पंचगंगा
ONTOLOGY:
प्राकृतिक वस्तु (Natural Object)वस्तु (Object)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
भागीरथी गोदावरी जान्हवी मंदाकिनी
Wordnet:
asmগংগা নদী
bdगंगा दैमा
benগঙ্গা
gujગંગા નદી
hinगंगा नदी
kanಗಂಗಾ
kasگَنٛگا دٔریاو
kokगंगा
malഗംഗ
mniꯒꯪꯒꯥ
oriଗଙ୍ଗା ନଦୀ
panਗੰਗਾ ਨਦੀ
sanगङ्गा
tamகங்கைநதி
telగంగా నద
urdگنگا , گنگا ندی , بھاگیرتھی
See : गोदावरी

गंगा     

गंगा घेणें-उचलणें
गंगा हातात घेऊन शपथ करणें
गंगेच्या उदकाची शपथ घेणें.

Related Words

गरुड़ गंगा   गंगा   गरुड गंगा   गरूड-गंगा   गंगा दैमा   गंगा नदी   गङ्गा   गंगा ओनसोलनि   गरुड गंगा नदी   गरुड़ गंगा नदी   गरूड़ गंगा   गरूड़ गंगा नदी   गंगा-नाब   गंगा ओनसोलारि   उफराटी गंगा   गंगा मैना   आळशाला गंगा दूर व पाप्याला पंढरपूर (दूर)   काशीस गंगा नेणें   राजापुरी गंगा   गंगा आली आळशावरी, आळशी पाहूनि पळे दुरी   गंगा आली आळशावरी, आळशी पाहूनि होई दुरी   मनमें चंगा तो कटोरिमें गंगा   मनमें चंगा तो काठेवाडमें गंगा   मनमें चंगा, तो काथवटमें गंगा   गंगला   गरुडगङ्गा   گروڑ۔گنگا   গরুড়-গঙ্গা   ଗରୁଡ଼ ଗଙ୍ଗା   ਗਰੂੜ-ਗੰਗਾ   ગરુડગંગા   अनुगांग   گَنٛگا دٔریاو   গংগা নদী   গঙ্গা   గంగా నద   ଗଙ୍ଗା ନଦୀ   ਗੰਗਾ ਨਦੀ   ગંગા નદી   கங்கைநதி   ഗംഗ   گنگا مینا   গঙ্গা ময়না   ଗଙ୍ଗଳା ମୂଳା   ଗଙ୍ଗା ଶାରୀ   ਗੰਗਾ ਮੈਨਾ   ગંગામેના   ಗಂಗಾ   گنگلا   گنٛگلا   গাঙ্গলা   ਗੰਗਲਾ   ગંગલા   ഗംഗലെ   گنٛگا ددیاوس نزدیٖک   கங்கைக் கரையிலுள்ள   ganges   ಗಂಗಾ ನದಿ ದಂಡೆ   (सौख्याची) गंगा वाहवणें   (सौख्याची) गंगा वाहाणें   अनुगाङ्ग   গাঙ্গেয়   గంగాతీరప్రాంతమైన   ਅਨੁਗਾਂਗ   ഗംഗാതീരത്തുള്ള   आळशावर गंगा   आळशावर गंगा आणि दुबळ्यावर कृपा (निरुपयोगी)   आळशावर गंगा लोटणें   आळश्याला गंगा दूर आणि पाप्याला पंढरपूर   गंगा गये गंगादास, जमना गये जमनादास   गंगा गये गंगादास, मथुरा गये मथुरादास   गंगा मनाला घालणें   गंगा सागर   कहां भोजराजां, कहां गंगु (गंगा) तेली   आकाश गंगा   आकाश गंगा नदी   पंच गंगा   पाप्याला पंढरपूर आणि आळशाला गंगा दूर   वाहती गंगा आणि चालता धर्म   वाहते ती गंगा साचतें तें डबकें   ગાંગ   milky way   milky way galaxy   milky way system   वाहीला तो ओढा आणि राहीली ती गंगा   वाहिली ती गंगा, राहिलें तें तीर्थ   वाहिली ती गंगा, राहिलें ते तीर्थ   دوآبہ   ganges river   सूर्य शिळा, अग्नि ओवळा, आणि गंगा पारोशी म्हणतां येत नाहीं   वाहती गंगा   ଉର୍ବର   alauda arvensis   वहना गंगा, रमता साधु   वहेती गंगा, रमता साधु   skylark   भागिरथी   प्रवरापान, गंगास्त्रान   वाहत्या गंगेंत हात धुवुन घेणें   गङ्गा नदी   उग्रशेखरा नदी   भद्रसोमा नदी   महाविल   महाविल नदी   मालिनी नदी   भागिरथि   भागीरथी नदी   मधुमती नदी   मन्दांकिनि   महाभद्रा नदी   गरुड़ गंङ्गा   गरुड़ गंङ्गा नदी   गरुड़-गङ्गा नदी   गरूड़ गंङ्गा   गरूड़ गंङ्गा नदी   गरूड़-गङ्गा नदी   गांदिनी नदी   गान्दिनी नदी   गायत्री नदी   जाह्नवी नदी   त्रिधारा नदी   त्रिपथगा नदी   त्रिमार्गगा नदी   त्रिमार्ग गामिनि   त्रिमार्ग गामिनि नदी   त्रिमार्गा   त्रिमार्गा नदी   त्रिमार्गी नदी   अद्रिजा नदी   अद्रि-तनया नदी   अद्रितनया नदी   अध्वगा नदी   अमरपगा   अमरपगा नदी   धात्री नदी   नंदिनी नदी   नन्दिनी नदी   देवकुल्या नदी   धर्मद्रवी नदी   पुरंदरा नदी   पुरन्दरा   पुरन्दरा नदी   पुष्यगर्भा   पुष्यगर्भा नदी   indo-gangetic plain   वृषारणी   वृषारणी नदी   वृषाश्रिता   वृषाश्रिता नजी   शुभ्रा नदी   वैष्णवी नदी   सुरधुनी नदी   सुरसरि   सुरसरि नदी   स्वर्णधुनी   स्वर्णधुनी नदी   स्वर्वापी नदी   हैमवती नदी   मन्दाकिनी नदी   गंगापु़त्र   मंदाकिनी नदी   त्रिधारा   अद्रि-तनया   गंगामाहात्म्य   उगम पावणे   एका दिव्याखालीं दहाजण नांदणें   फसंजा   अध्वगा   पुरंदरा   सुरधुनी   गंगाजल   गांग   गंगावार   औधिया   बारानसि   मथुरा गये मथुरादास, गोकल गये तो गोकलदास   गलिनाय   गाजिपूर   त्रिमार्गगा   जटां   खफनि नाव   अधजला   अरदंड   अवगाहन करणे   देश तसा वेश   दैखफजों खारग्रा नाव   धर्मद्रवी   नांव गंगाबाई, रांजणांत पाणी नाही   निमज्जन करना   रोजा रोजा   वितळणी   सकाळीं सौभाग्यवतीम संध्याकाळीं गंगाभागीरथी   सतत व्हांवपी   सांतळणें   स्वर्वापी   हजारांनी   गंगावतरण   दिलमें चंगा तो काथवटमें गंग   अवलेकरी   अवल्या   आतुर्बळी   खेना   गंगोत्री   गंगौटी   उग्रशेखरा   कंजार   गोरोबलाय   बडवे भटजी   रतनपुरुष   महाभद्रा   गाझीपूर   त्रिमार्गी   तँबोलिया   कुणवीक   निघेल तें केरमाती, राहील तें माणिकमोती   पिघलाव   वाफोर   संगम जावप   सानस्रिनाय   हजारों   गंगासागर   अंतर्वेद   गंगापार   गंगायमुना वाहणें   काशीस गेला काशीदास, मथुरेस गेला मथुरादास   बारमाही   ब्रह्मपुत्रा   भद्रसोमा   गाजीपुर   डुबकी लगाना   धगागणे   पद्मगंधा   पार करना   लंगर डालना   विभागणी   संगम होना   सुरनदी   कंजारी   भोंवती भागरथ   अलाहाबाद   स्टिमर   अलकनंदा   आली ती लक्ष्मी, गेली ती बला   आली ती लक्ष्मी गेलें ते पाप   गंगाभागीरथी   इलाहाबाद   कानपूर   कंजारीण   गोथारथि   घाटिया   त्रिपथगा   जसा देश, तसा वेष   अद्रिजा   अद्रितनया   नंदाळ   नवलकोल   पंच प्रयाग   पंढरपूर   पड पड कुडी करणें   दैमा   वाष्प नौका   शिलावृत्ति   शुभ्रा   सातळणें   मत्स्यकन्या   डोणी   पंचगंगा   आळसी   आळशी   गोदा   धर्मद्रवा   गंडक   इधर   कानपुर   कंजर   गोरोबलायनाय   घाट्या   चंगा   फट् म्हणता ब्रह्महत्या   बोखावनाय   रामगंगा   मुंगेर   भागीरथी   महाभिष   जान्हवी   जाह्नवी   जळलें तें कश्मल, उरलें तें कांचन   चित्रालंकार   टौंस नदी   तिष्ठा   आकाशमुखी   नौकाघाट   सारंगा   वाहत्‍या गंगेत हात धुणें   वृत्रघ्न   वोहळ   वोहाळ   वोहोळ   सुरू जावप   सोन   उफराटा   देवकुल्या   श्रावस्ती   गड्डो   उद्धरणें   बसना   मंदीर   रथ्या   त्रिवेणी   अनुसरणें   नई   नामा   सदानीरा   हुपप   मंदाकिनी   धर्मस्व   शांतनु   ज्वाला   आपव   ओवंडा   गांदिनी   गान्दिनी   तैरना   असी   अर्जुनी   वैष्णवी   भगीरथ   अंतर्वेदी   गोमुखी   अंध्रभृत्य   कामोदा   ओळ   मधुमती   तमसा   प्रहर   source   वाराणसी   वाहिक   हरिद्वार   हैमवती   गोदावरी   जह्रु   संगम   यमुना   दिल दिल   जह्नु   अंतःस्थ   उद्गम   कलहा   भोगवती   अपवित्र   धात्री   धुर   नन्दिनी   नाविक   नाहण   नाहाण   १९   संकेश्वर   उलूपी   अनसूया   नदी   पद्मावती   विशाख   अक्षयवट   उठाना   ओघ   बाष्कलि   फूल   मन्दाकिनी   चोख   अजामिल   अधम   धाम   नंदिनी   निकलना   पांचाल   अष्टक   दिलीप   गोमती   ब्राह्मी   जालंधर   जटा   गायत्री   धर   ८४   अंबा   आत्रेयी   मही   गुह   धारण   नृसिंह   २१   clear   सित   सनक   शुष्क   माधव   स्कंद   भीष्म   परिक्षित्   वाल्मीकि   ऋचीक   चंद्र   मालिनी   भव   युवनाश्व   मत्स्य   गर्ग   दश   दुष्यंत   कुल   fall   विदेह   कश्यप   अश्वत्थामन्   दैव   ६४   उदयन   कण्व   बलराम   दु   जात   तार   पिप्पलाद   २४   शेष   हरि   गौतम   भरत      देव   कल्माषपाद   और्व   दुर्योधन      सुदर्शन   सगर   सर्व   अंग   ययाति      परशुराम         सोमवंश   इंद्र   बाण   नरक   १४   १८   विदुर   राम   रुद्र-शिव   भीमसेन   विष्णु   देवी   द्रोण   पृथु   कर्ण   मनु   सीता   अर्जुन   व्यास   ନବୀକରଣଯୋଗ୍ୟ ନୂଆ ବା   نَزدیٖک   نَزدیٖکُک   نزدیٖکی   نَزدیٖکی   نزدیٖکی رِشتہٕ دار   نٔزلہٕ   نزلہ بند   نٔزلہٕ بَنٛد   نَژان   نَژر   نژُن   نَژُن   نَژناوُن   نَژنَاوُن   نَژُن پھیرُن   نَژُن گٮ۪وُن   نَژَن واجِنۍ   نَژن وول   نَژَن وول   نَژی   نَس   نِسار   نَساوُ   نساؤو   نس بندی   نَسبٔنٛدی   نس پھاڑ   نَستا   نستالیٖک   نسترنگ   نسترنٛگ   نستعلیق   نَستہِ روٚس   نَستہٕ سۭتۍ وَنُن   نَستہِ کِنۍ وَنُن   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP