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अध्याय १ - शाकानयन

मानसागरी - अध्याय १ - शाकानयन

ज्योतिष का मुख्य उद्देश्य दैनिक जीवन की समस्याओं का समाधान करना, आगामी घटनाओं की चेतावनी देना तथा उन घटनाओं का समय निश्चित करने मे व्यक्ति को सहायता प्रदान करना है ।

Jyotisha or Horoscope is a prediction of someone's future based on the relative positions of the planets


श्रीविक्रमादित्यराज्यके वर्तमान संवत्सरमेंसे एक सौ पैंतीस निकाल डालनेसे वर्तमान शाका होता है और आधे चैत्र अर्थात् चैत्रशुद्धी प्रतिपदासे तिथिमासादिकी गणना जानना ॥१॥

उदाहरण-- जैसे विक्रमादित्यके संवत्सर १९५८ में १३५ हीन किया तो १८२३ शाका हुआ.

तदनंतर करण, गताब्द, अधिकमास, अवममास, अहर्गण आदि जिस ग्रंथके मतसे जाने हो उस ग्रंथसे देखकर लिखे ॥

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Last Updated : January 22, 2014

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