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पाण्डुरोगप्रशनमव्रत

रोग हनन व्रत - पाण्डुरोगप्रशनमव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


पाण्डुरोगप्रशनमव्रत

( धर्मानुसंधान ) - देवता २ और ब्राह्मण - इनके द्रव्यका अपहरण करने या वात, पित्त, कफ - इन तीनोंसे अथवा संनिपातसे और मृद्भक्षण ( मिट्टी खाने ) से पाण्डुरोग होता है । इसके निवारणके निमित्त कृच्छ्रतिकृच्छ्र चान्द्रायणव्रत करके सुवर्णका दान दे और कूमाण्डी हवन करे ।

देवब्राह्मणद्रव्यापहारी पाण्डुरोगवान् ॥ ( अ० प्र० )

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Last Updated : January 16, 2012

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