कार्तिक शुक्लपक्ष व्रत - ब्रह्मप्राप्ति व्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


ब्रह्मप्राप्ति - व्रत

( विष्णुधर्मोत्तर ) - कार्तिक शुक्ल दशमी ( या किसी भी शुक्ल दशमी ) को १ - आत्मा, २ - आयु, ३ - मन, ४ - दक्ष, ५ - मद, ६ - प्राण, ७ - हविष्मान् ८ - गविष्ठ ( स्वर्गस्थ ), ९ - दत्त और १० - सत्य - इनका तथा अङ्गिरसका यथाविधि पूजन करके उपवास करे तो ब्रह्मत्वकी प्राप्ति होती है ।

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Last Updated : January 22, 2009

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