आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत - विवस्वान्व्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


विवस्वान्व्रत

( ब्रह्मपुराण ) -

आषाढ़ शुक्ल सप्तमीको सूर्य ' विवस्वान् ' नामसे विख्यात हुए थे । अतः इस दिन रथचक्रके समान गोल मण्डल बनाकर उसमें विवस्वानका गन्ध - पुष्पादिसे पूजन करे और अनेक प्रकारके भक्ष्य, भोज्य एवं पेय पदार्थ अर्पण करके व्रत करे ।

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Last Updated : January 16, 2012

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