वैशाख शुक्लपक्ष व्रत - कदलीव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


कदलीव्रत ( हेमाद्री ) -

यह व्रत विशेषरुपसे गुजरातमें किया जाता है । यह वैशाख, माघ और कार्तिक - किसी भी महीनेमे हो सकता है । इसमें पूर्वाहव्यापिनी चतुर्दशी ली जाती है । उस दिन शुद्ध मृत्तिकाकी वेदीपर स्वस्तिक बनाकर उसपर मूल और पत्तोंसहित सुन्दर केलेका पेड़ स्थापित करे तथा उसे पवित्र जलसे सींचकर गन्ध, पुष्प, धूप दिप और नैवेद्यसे पूजन करे । इस प्रकार जबतक उसके फल न आवें, स्तबक प्रतिदिन करता रहे । यदि किसी देशमें केला न मिले तो सोनेका बनवाकर उसका वर्षभर पूजन करे । उसके बाद उद्यापन करके व्रत समाप्त करे और पूजामें चढ़ायी हुई सामग्री आचार्यको दे ।

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Last Updated : January 17, 2009

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