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हमपर कब कृपालु हरि हुइहौ ...

भजन - हमपर कब कृपालु हरि हुइहौ ...

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


हमपर कब कृपालु हरि हुइहौ ।

मैं अधामिन तुम अधम-उधारन

कैसे प्रन न निबइहौ ।

कोटिन खल प्रभु तुमने तारे

दीन जान का मोहि लजइहौ ॥१॥

मैं सरनागत नाथ तिहारी

दास जान किन अस पुजइहौ ।

का कहिहै जग लोक नाथ जब

रूपकुँवरिकी सुध बिसरइ हौ ॥२॥

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Last Updated : December 23, 2007

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