माघ शुक्लपक्ष व्रत - दिनत्रयव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


दिनत्रयव्रत

( पद्मपुराण ) - माघस्त्रान ३० दिनमें पुर्ण होता है, परंतु इतने समयकी सामर्थ्य अथवा अनुकूलता न हो तो माघ शुक्ल त्रयोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमाके अरुणोदयमें स्त्रानादि करके व्रत करे और यथानियमन दान - पुण्य करे तो सम्पूर्ण माघस्त्रानका फल मिलता है ।

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Last Updated : January 01, 2002

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