गायत्रीका आवाहन

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


इसके बाद गायत्री माताके आवाहन के लिये निम्नलिखित विनियोग करे-
तेजोऽसीति धामनामासीत्यस्य च परमेष्ठी प्रजापतिऋषिर्यजुस्त्रिष्टु बुष्णिहौ छन्द्सी आज्यं देवता गायत्र्यावाहने विनियोग:।

पश्चात् निम्नलिखित मन्त्रसे गायत्रीका आवाहन करे-

ॐ तेजोऽसि शुक्रमस्यमृतमसि। धामनामासि प्रियं देवानामनाधृष्टं देवयजनमसि।

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Last Updated : November 27, 2018

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