संस्कृत सूची|संस्कृत साहित्य|अष्टोत्तरशतनामावलिः|
अन्नपूर्णाष्टोत्तरशतनामावलिः

अन्नपूर्णाष्टोत्तरशतनामावलिः

अष्टोत्तरशतनामावलिः म्हणजे देवी देवतांची एकशे आठ नावे, जी जप करताना म्हणावयाची असतात. नावे घेताना १०८ मण्यांची जपमाळ वापरतात.
Ashtottara shatanamavali means 108 names of almighty God and Godess.


जप करताना सर्व नावांच्या आधी ‘ॐ‘ आणि नंतर ‘नमः‘ लावावा.
अन्नपूर्णायै
शिवायै
देव्यै
भीमायै
पुष्ट्यै
सरस्वत्यै
सर्वज्ञायै
पार्वत्यै
दुर्गायै
शर्वाण्यै १०
शिववल्लाभायै
वेदवेद्यायै
महावैद्यायै
विद्यादात्र्यै
विशारदायै
कुमार्यै
त्रिपुरायै
बालायै
लक्ष्म्यै
श्रियै २०
भयहारिण्यै
भवान्यै
विष्णुजनन्यै
ब्रह्मादिजनन्यै
गणेशजनन्यै
शक्त्यै
कुमारजनन्यै
शुभायै
भोगप्रदायै
भगवत्यै ३०
भक्ताभीष्टप्रदायिन्यै
भवरोगहरायै
भव्यायै
शुभ्रायै
परममङ्गलायै
भवान्यै
चञ्चलायै
गौर्यै
चारुचन्द्रकलाधरायै
विशालाक्ष्यै ४०
विश्वमात्रे
विश्ववन्द्यायै
विलासिन्यै
आर्यायै
कल्याणनिलयायै
रुद्राण्यै
कमलासनायै
शुभभद्रायै
शुभावर्तायै
वृत्तपीनपयोधरायै ५०
अंबायै
संहारमथन्यै
मृडान्यै
सर्वामङ्गलायै
सिद्धायै
ब्रह्मण्यै
सुरसेवितायै
परमानन्दायै
शान्त्यै ६०
परमानन्दरूपिण्यै
परायै
आनन्दप्रदायिन्यै
परोपकारनिरतायै
परमायै
भक्तवत्सलायै
पूर्णचन्द्राभवदनायै
पूर्णचन्द्रनिभांशुकायै
शुभलक्षणसंपन्नायै
शुभानन्तगुणार्णवायै ७०
शुभसौभाग्यनिलयायै
सुभगायै
रतिप्रियायै
चण्डिकायै
चण्डमथन्यै
चण्डदर्पनिवारिण्यै
साध्व्यै
चन्द्राग्निनयनायै
सत्यै
पुण्डरीकहरायै ८०
पूर्णायै
पुण्यदायै
पुण्यरूपिण्यै
मायातीतायै
श्रेष्ठमायायै
श्रेष्ठधर्मायै
आत्मवन्दितायै
असृष्ट्यै
सङ्गरहितायै
सृष्टिहेतवे ९०
कपर्दिन्यै
वृषारूढायै
शूलहस्तायै
स्थितिसंहारकारिण्यै
मन्दस्मितायै
स्कन्दमात्रे
शुद्धचित्तायै
मुनिस्तुतायै
महाभगवत्यै
दक्षायै १००
दक्षाध्वरविनाशिन्यै
सर्वार्थदात्र्यै
सावित्र्यै
सदाशिवकुटुंबिन्यै
नित्यसुन्दरसर्वाङ्ग्यै
सर्वव्याधिप्रशमन्यै
सर्वमङ्गलायै
सच्चिदानन्दलक्षणायै १०८

N/A

References : N/A
Last Updated : February 15, 2018

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP